चीन ने 'गुआम किलर' मिसाइल का सफल परीक्षण किया... अमेरिकी नौसेना बेस को बड़ा खतरा

चीन ने DF-26D मिसाइल का परीक्षण कर लिया, जो हाइपरसोनिक ग्लाइड व्हीकल ले जाती है. 3 सितंबर 2025 की परेड में अनावरण हुआ था. रेंज 5,000 किमी. 'गुआम किलर' परिवार का अपग्रेड वर्जन. न्यूक्लियर-कन्वेंशनल क्षमता. एंटी-शिप हमलों के लिए बेहतरीन. पैसिफिक में अमेरिकी कैरियर ग्रुप को खतरा. जल्द तैनाती, इंडो-पैसिफिक में तनाव बढ़ेगा.

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ये है चीन की हाइपरसोनिक मिसाइल DF-26. (File Photo: AFP) ये है चीन की हाइपरसोनिक मिसाइल DF-26. (File Photo: AFP)

ऋचीक मिश्रा

  • नई दिल्ली,
  • 30 सितंबर 2025,
  • अपडेटेड 6:58 PM IST

चीन ने अपनी नई DF-26D मिसाइल का परीक्षण कर लिया है. यह मिसाइल हाइपरसोनिक या मैन्यूवरिंग व वॉरहेड ले जाती है. 3 सितंबर 2025 को बीजिंग की परेड में इसे आधिकारिक रूप से दिखाया गया. यह मिसाइल पैसिफिक महासागर में चीन की मारक क्षमता बढ़ाती है. गुआम और अमेरिकी विमानवाहक समूहों को अब ज्यादा खतरा है. 

DF-26 परिवार: 'गुआम किलर' की शुरुआत

DF-26 परिवार पीपुल्स लिबरेशन आर्मी रॉकेट फोर्स (PLARF) का मुख्य हथियार है. इसे 'गुआम किलर' कहते हैं. मूल DF-26 मध्य-2010 के दशक में आया. इसकी रेंज करीब 4,000 किलोमीटर है. यह न्यूक्लियर या कन्वेंशनल हथियार ले जा सकती है. इनर्शियल नेविगेशन और सैटेलाइट अपडेट से जमीन के स्थिर लक्ष्यों या बड़े नौसैनिक जहाजों पर हमला करती है. लेकिन नौसैनिक लक्ष्यों पर सीमित क्षमता है.

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DF-26D: नई पीढ़ी का अपग्रेड

DF-26D अगस्त 2025 की परेड रिहर्सल में पहली बार दिखा. सितंबर के अंत में सोशल मीडिया वीडियो में लॉन्च दिखा. इसमें DF-26 सीरीज जैसा प्लूम और ट्रैजेक्टरी थी, लेकिन बदलाव साफ थे. विशेषज्ञों ने इसे DF-26D बताया. 

ओपन-सोर्स रिपोर्ट्स कहता हैं कि इसकी रेंज 5,000 किलोमीटर या ज्यादा हो सकती है. DF-26B की 4,000 किमी से आगे. इससे गुआम का एंडरसन एयर फोर्स बेस और अमेरिकी नौसेना के ग्रुप ज्यादा दूर तक खतरे में हैं. चीनी स्रोत कहते हैं कि यह हाइपरसोनिक ग्लाइड व्हीकल ले जाती है. यह तेज स्पीड पर मैन्यूवर करती है. अमेरिकी मिसाइल डिफेंस को चकमा दे सकती है.

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हथियार और क्षमता: दोहरी भूमिका

DF-26D भी दोहरी क्षमता वाली है – न्यूक्लियर या कन्वेंशनल. लेकिन गाइडेंस सिस्टम, एक्टिव टर्मिनल सीकर्स और इलेक्ट्रॉनिक काउंटरमेजर्स में सुधार से एंटी-शिप भूमिका मजबूत है. यह अमेरिकी विमानवाहक स्ट्राइक ग्रुप को धमका सकती है. बीजिंग की A2/AD (एंटी-एक्सेस/एरिया डिनायल) रणनीति को सपोर्ट करेगी. वेस्टर्न पैसिफिक में दुश्मन को रोकने के लिए.

परीक्षण और तैनाती: जल्द तैयार

परीक्षण के सबूत, इमेजरी और परेड पुष्टि से लगता है कि DF-26D जल्द तैनाती में आएगा. हाइपरसोनिक वारहेड, बढ़ी रेंज और उन्नत गाइडेंस से यह गुआम किलर का नेक्स्ट जेनरेशन वर्जन है. चीन की मिसाइल आधुनिकीकरण में बड़ा कदम.

पैसिफिक में शक्ति संतुलन बदलेगा

यह मिसाइल अमेरिकी नौसेना को चुनौती देगी. गुआम जैसे ठिकाने और कैरियर ग्रुप अब ज्यादा असुरक्षित. चीन की PLARF की मारक क्षमता बढ़ेगी. इंडो-पैसिफिक में तनाव बढ़ सकता है. अमेरिका को नई रक्षा रणनीति सोचनी पड़ेगी. चीन की यह मिसाइल तकनीक का कमाल है. दुनिया को सतर्क रहना चाहिए.

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