Coronavirus Omicron in India: देश में कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ता जा रहा है. पांच दिन से लगातार हर रोज 12 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आ रहे हैं. एक्टिव केस की संख्या भी साढ़े 76 हजार के पार पहुंच गई है. संक्रमण दर भी 4.5 फीसदी के करीब आ गई है.
कोरोना की नई लहर की सबसे ज्यादा मार महाराष्ट्र, केरल और दिल्ली में पड़ रही है. देश के नए मामलों में से 70 फीसदी मामले इन्हीं तीन राज्यों से हैं. लेकिन, कोरोना के नए मामलों में तेजी आने की वजह क्या है? तो इसकी वजह ओमिक्रॉन और उसके सब-वैरिएंट्स हैं.
इंडियन सार्स-कोविड-2 जिनोमिक्स कंसोर्शियम (INSACOG) से जुड़े सूत्रों ने न्यूज एजेंसी को बताया कि इस समय देश में ओमिक्रॉन और उसके सब-वैरिएंट्स BA.2 और BA.2.38 की वजह से संक्रमण बढ़ रहा है. देश के 85% मामलों में BA.2 और 33% मामलों में BA.2.38 मिल रहा है. वहीं, 10% से भी कम मामलों में BA.4 और BA.5 की पुष्टि हुई है.
पुणे स्थित बीजे मेडिकल कॉलेज ने पिछले हफ्ते न्यूज एजेंसी को बताया था कि महाराष्ट्र में BA.2 सबसे ज्यादा फैल रहा है. उसके बाद मरीज BA.2.38 से सबसे ज्यादा संक्रमित हो रहे हैं.
7 जून को पुणे में 31 साल की एक महिला BA.5 से संक्रमित मिली थी. 13 जून को मुंबई में BA.4 से संक्रमित तीन मरीज सामने आए थे. महाराष्ट्र में पहली बार 28 मई को BA.4 और BA.5 के मामले सामने आए थे. तब चार मरीजों में BA.4 और तीन में BA.5 की पुष्टि हुई थी.
कितनी चिंता, कितनी राहत की बात?
ओमिक्रॉन के BA.2 सब-वैरिएंट्स से ही भारत में तीसरी लहर आई थी. इसके बाकी तीनों सब-वैरिएंट्स BA.2.38, BA.4 और BA.5 को BA.2 से ज्यादा संक्रामक माना जाता है. चिंता की बात ये भी है कि अगर आप BA.2 से संक्रमित हो चुके हैं तो ये सब-वैरिएंट्स आपको फिर से संक्रमित कर सकते हैं.
इसके अलावा वैक्सीनेटेड होने के बाद भी इन सब-वैरिएंट्स से संक्रमित हो सकते हैं. हालांकि, राहत वाली बात ये है कि इन सब-वैरिएंट्स से संक्रमित होने के बाद गंभीर बीमारी नहीं हो रही है और अस्पताल में बहुत कम मरीजों को भर्ती करने की जरूरत पड़ रही है.
भारत में भी कई एक्सपर्ट कोरोना की इस लहर को 'हल्की लहर' मान रहे हैं. वो इसलिए क्योंकि ज्यादातर मरीजों को अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत नहीं है और उनमें सर्दी, जुकाम जैसे मामूली लक्षण हैं जो दो से तीन दिन में ही ठीक हो जा रहे हैं.
वैक्सीनेशन पर बनी नेशनल टेक्नीकल एडवाइरी ग्रुप (NTAGI) के चेयरमैन डॉ. एनके अरोड़ा ने पिछले हफ्ते न्यूज एजेंसी को बताया था कि अभी कोरोना का नया वैरिएंट नहीं आया है, देश में अभी ओमिक्रॉन के सब-वैरिएंट्स BA.2 के अलावा BA.4 और BA.5 मौजूद हैं.
उन्होंने बताया था कि गर्मियां की छुट्टियां होने से घूमना-फिरना बढ़ा है, ट्रैवल रिस्ट्रिक्शंस भी हट गए हैं, जिस वजह से संक्रमण तेज हो रहा है. उन्होंने बताया कि अभी जो संक्रमित हो रहे हैं, वो वैक्सीनेटेड हैं और उनमें सामान्य कोल्ड और फ्लू जैसी बीमारी हो रही है.
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कहां-कहां तेज हो रहा संक्रमण?
देश में तीन हफ्तों से वीकली केस बढ़ते जा रहे हैं. 30 मई से 5 जून के हफ्ते में देशभर में कोरोना के 25 हजार 586 मामले सामने आए थे. जबकि, 6 जून से 12 जून के बीच 48 हजार 766 मामले सामने आए थे. वहीं, 13 से 19 जून के बीच 79 हजार 372 मरीज मिले हैं. वीकली केस का ये आंकड़ा फरवरी के बाद सबसे ज्यादा है.
मामले बढ़ने के साथ ही अब हफ्तेभर में मौतों की संख्या भी बढ़ने लगी है. 30 मई से 5 जून के बीच देशभऱ में 90 कोरोना मरीजों की मौत हुई थी. वहीं, 6 से 12 जून के बीच 70 लोगों की मौत हुई. जबकि इस हफ्ते यानी 13 से 19 जून के बीच 102 लोगों की जान कोरोना से गई.
वहीं, लगभग सभी राज्यों में कोरोना के नए मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. महाराष्ट्र में एक हफ्ते में 25 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं. केरल में भी एक हफ्ते में साढ़े 20 हजार से ज्यादा संक्रमित मिले हैं.
दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में भी मरीज बढ़ रहे है. दिल्ली में एक हफ्ते में 9,200 से ज्यादा कोरोना संक्रमित मिले हैं. यूपी में 2,700 से ज्यादा तो हरियाणा में 2 हजार से ज्यादा मरीज हफ्तेभर में सामने आए हैं.
इनके अलावा तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में ही एक हफ्ते में एक हजार से ज्यादा नए संक्रमित सामने आए हैं. असम, झारखंड और छत्तीसगढ़ में भी कोरोना के नए मामलों में बढ़ोतरी दर्ज हुई है.
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