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FPO का भाव तय होते ही टूटने लगे येस बैंक के शेयर, 24% तक गिरे

aajtak.in
  • 14 जुलाई 2020,
  • अपडेटेड 9:32 PM IST
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यस  बैंक (Yes Bank) के शेयर में लगातार तीसरे चौथे दिन मंगलवार को गिरावट देखने को मिली. दरअसल, यस बैंक के बोर्ड ने जिस दिन अपने FPO (फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर) का प्राइस 12 रुपये तय किया, उसके बाद से ही शेयरों में गिरावट जारी है.

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मंगलवार को कारोबार के अंत में एनएसई पर शेयर 5.22 फीसदी गिरकर 20.90 रुपये बंद हुआ. पिछले 4 कारोबारी सेशन में यस बैंक के शेयर करीब 24 फीसदी तक टूट चुके हैं. जबकि पिछले 6 महीनों में 50 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है. (Photo: File)

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ऐसे में जिन निवेशकों के पास यस बैंक के शेयर पहले से हैं, उन्हें गिरावट की वजह से बड़ा नुकसान हो रहा है. हालांकि धीरे-धीरे बैंक आर्थिक स्थिति सुधर रही है. एसबीआई समेत कई बड़े बैंकों ने यस बैंक को संभालने की बड़ी भूमिका निभाई है. (Photo: File)

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यस बैंक का फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर (FPO) 15 जुलाई को ओपन होने जा रहा है. इस FPO के जरिये बैंक 15 हजार करोड़ रुपये जुटाने जा रहा है. निवेशकों के लिए YES BANK का एफपीओ 17 जुलाई तक खुला रहेगा. (Photo: File)

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दरअसल, यस बैंक के इस ऑफर का फ्लोर प्राइस 12 रुपये प्रति शेयर तय हुआ है, एफपीओ के लिए अधिकतम दर 13 रुपये प्रति शेयर होगी. इस तरह 2 रुपये के शेयर के लिए फ्लोर प्राइस 6 गुना और कैप प्राइस 6.5 गुना रखी गई है. (Photo: File)

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एक आम निवेशक भी 15 जुलाई से 17 जुलाई के बीच यस बैंक के FPO के लिए अप्लाई कर सकता है. कम से कम 1000 शेयर के लिए आवेदन  करने होंगे, यानी एक लॉट में 1000 शेयर होंगे. यानी कम से कम 12 हजार रुपये निवेश करने होंगे. (Photo: File)

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यस बैंक के कर्मचारी रिजर्व हिस्से से FPO खरीद सकते हैं.  बैंक के कर्मचारियों को 1 रुपया प्रति शेयर छूट दी जाएगी. यस बैंक के कर्मचारियों के लिए 200 करोड़ रुपये का हिस्सा रिजर्व के तौर पर रखा गया है. भारतीय स्टेट बैंक ने येस बैंक में एफपीओ के जरिये 1760 करोड़ रुपये का निवेश करेगा. इस FPO में एंकर इनवेस्टर कंपोनेंट 4500 करोड़ रुपये का होगा. (Photo: File)

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एफपीओ के बारे में
कोई कंपनी शेयर बाजार में आईपीओ लाने के बाद लिस्टेड होती है. उसके बाद कंपनी पूंजी जुटाने के लिए एफपीओ लेकर आती है. IPO और FPO के जरिये कंपनी निवेशकों को शेयर जारी करती है. अक्सर एफपीओ के माध्यम से कंपनी अपने कारोबार के विस्तार के लिए पूंजी जुटाने का काम करती है. सामान्य तौर पर एफपीओ में शेयर की कीमत मौजूदा भाव से कम रखी जाती है. आईपीओ की तरह से एफपीओ में आम नागरिक शेयर खरीद सकते हैं. (Photo: File)

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