अगर आप SBI कार्ड्स IPO का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं तो जल्द ही आप इसमें निवेश कर सकते हैं. दरअस, जिस दिन से SBI कार्ड्स के आईपीओ आने की खबर आई है, उसी दिन से जानकार बता रहे हैं कि इसमें निवेश करना फायदे का सौदा हो सकता है. (Photo: File)
दरअसल SBI कार्ड्स एंड पेमेंट सर्विसेज ने IPO लाने के लिए जोर-शोर तैयारी शुरू कर दी ही है. हाल ही में शेयर बाजार को रेग्युलेट करने वाली बाजार नियामक सेबी से एसबीआई कार्ड के आईपीओ लाने को लेकर मंजूरी मिली है. (Photo: File)
खबर है कि SEBI से मंजूरी मिलने के बाद अब रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज में SBI कार्ड्स के IPO को लेकर दस्तावेज जमा किया गया है. SBI कार्ड्स का IPO लाने से पहले कंपनी को RoC से मंजूरी लेना जरूरी होगा. (Photo: File)
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक SBI कार्ड्स IPO के जरिए ऑफर फॉर सेल (OFS) रूट से 14 फीसदी की कटौती की जा सकती है, जिसमें 4 फीसदी SBI कम करेगी और बाकी 10 फीसदी प्राइवेट इक्विटी फर्म कर्लाइल ग्रुप हिस्सेदारी कम करेगी. (Photo: File)
गौरतलब है कि SBI कार्ड्स कंपनी पर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और प्राइवेट इक्विटी फर्म कार्लाइल ग्रुप का मालिकाना हक है. SBI कार्ड्स में SBI की 74 फीसदी और कार्लाइल ग्रुप की 26 फीसदी हिस्सेदारी है. (Photo: File)
खबरों के मुताबिक SBI कार्ड्स IPO के लिए ऑफर प्राइस 745-775 रुपये प्रति शेयर हो सकते हैं. इस ऑफर से SBI को 2,780-2,880 करोड़ रुपये जुटाने में मदद मिलेगी. जिससे कंपनी को तकरीबन 69,500-72,000 करोड़ रुपये का मार्केट कैप मिलेगा. (Photo: File)
उम्मीद की जा रही है कि 2 से 5 मार्च के बीच IPO लॉन्च किया जा सकता है. गौरतलब है कि इसी महीने की शुरुआत में SBI के चेयरमैन रजनीश कुमार ने कहा था कि SBI कार्ड्स का IPO चालू तिमाही के दौरान लॉन्च किया जाएगा. (Photo: File)
कंपनी के IPO को मैनेज करने का जिम्मा कोटक महिंद्रा कैपिटल, एक्सिस कैपिटल, BofA सिक्योरिटीज, HSBC, नोमुरा और SBI कैपिटल मार्केट्स पर है. SBI के क्रेडिट कार्ड मार्केट में 18 फीसदी की हिस्सेदारी है. SBI कार्ड 9.46 मिलियन क्रेडिट कार्ड के साथ देश में दूसरा सबसे बड़ा क्रेडिट कार्ड जारी करने वाला बैंक है. (Photo: File)
क्या होता है आईपीओ?
बता दें कि जब भी कोई कंपनी पहली बार बाहर के लोगों, संस्थाओं को अपने शेयर बेचने का प्रस्ताव रखती है तो इस प्रक्रिया को आईपीओ कहा जाता है. जब आप इन शेयर्स को खरीदते हैं तो आपकी कंपनी में हिस्सेदारी दी जाती है. इसके बाद इन शेयर्स की स्टॉक एक्सचेंज में खरीद-फरोख्त की जाती है. (Photo: File)