भारतीय रेलवे ने तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए एक रात में उज्जैन से वाराणसी की दूरी तय करने वाली ट्रेन शुरू करने का फैसला किया है. रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ऐलान किया कि मध्य प्रदेश के उज्जैन को उत्तर प्रदेश के वाराणसी से जोड़ने के लिए एक विशेष रेलगाड़ी चलाई जाएगी.
उज्जैन में बाबा महाकाल के दर्शन करने के बाद पीयूष गोयल ने कहा कि बाबा महाकाल की नगरी को काशी विश्वनाथ की नगरी से जोड़ने के लिए एक विशेष ओवर नाइट गाड़ी चलाई जाएगी. इसके लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं.
दो धर्मनगरी को जोड़ने वाली यह खास ट्रेन आईआरसीटीसी द्वारा चलाई जाएगी, जिसमें सभी आधुनिक सुविआएं होंगी. ट्रेन इंदौर से उज्जैन होती हुई वाराणसी तक चलेगी. उन्होंने बताया कि इससे देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में पर्यटन को काफी बढ़ावा मिलेगा.
पीयूष गोयल ने कहा कि देश में इंदौर की पहचान सबसे स्वच्छ शहर की है. प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी की पहचान ऐतिहासिक नगरी की है. इन दोनों स्थानों को जोड़ने के लिए चलाई जाने वाली यह गाड़ी उज्जैन और काशी को जोड़ने का काम करेगी, इससे पर्यटकों को वाराणसी से इंदौर आना आसान होगा.
उज्जैन में बाबा महाकाल की विशेष पूजा करने के बाद रेल मंत्री पीयूष गोयल ने चाय-पोहे का भी लुत्फ उठाया. उन्होंने खुद तस्वीरों को शेयर कीं. उज्जैन में गोयल ने स्थानीय लोगों से भी मुलाकात कीं. उन्होंने बताया कि धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व को देखते हुए रेल मंत्रालय उज्जैन से काशी तक एक ट्रेन शुरू करने की तैयारी कर रहा है.
फिलहाल इस रूट पर कम ट्रेनों की वजह से काशी विश्वनाथ और महाकाल जाने वाले श्रद्धालुओं को दूसरे विकल्पों का सहारा लेना पड़ता था. उन्होंने बताया कि रेल मंत्रालय ने देश भर में रेलवे ढांचे के विस्तार और आधुनिकीकरण के जरिए यात्री गाड़ियों और मालगाड़ियों में सुविधाएं बढ़ाने के लिए अगले 12 साल में 50 लाख करोड़ रुपये का निवेश जुटाने का लक्ष्य तय किया है.