दरअसल सोमवार को शराब की दुकानों पर देशभर में बड़ी भीड़ देखने को मिली. इस बीच कुछ राज्यों में शराब पर अतिरिक्त टैक्स लगा दिया. जिसमें दिल्ली और आंध्र प्रदेश ने सोमवार को टैक्स बढ़ाने का फैसला लिया.
दिल्ली सरकार ने सोमवार को शराब की बिक्री पर 'स्पेशल कोरोना फीस' लगा दी है. एमआरपी पर 70 फीसदी और जोड़कर पैसे अदा करने होंगे. इसके अलावा आंध्र प्रदेश ने भी शराब पर टैक्स बढ़ाने का ऐलान कर दिया. इस फैसले का असर मंगलवार को शराब कंपनियों के शेयरों पर साफ देखने को मिला.
मंगलवार को यूनाइटेड स्प्रिरिट्स और रैडिको खेतान सहित प्रमुख शराब कंपनियों के शेयर लुढ़क गए. मैजिक मोमेंट्स और रामपुर इंडियन सिंगल मॉल्ट व्हिस्की बनाने वाली कंपनी रैडिको खेतान के शेयर मंगलवार को 7 फीसदी से ज्यादा टूटकर 293.55 रुपये पर बंद हुए.
मंगलवार को यूनाइटेड स्प्रिरिट्स का शेयर करीब 9 फीसदी टूटकर 493.70 रुपये पर बंद हुआ. जबकि सोमवार को बाजार में गिरावट के बावजूद इन शेयरों में शानदार तेजी थी. यूनाइटेड स्प्रिरिट्स ब्लैक लेबल, ब्लैक डॉग और दूसरे ब्रांड का उत्पादन करती है.
दूसरी तरह मंगलवार को शराब महंगी होने का असर ग्राहकों पर नहीं दिखा. शराब खरीदने पहुंचा एक ग्राहक ने 70 प्रतिशत टैक्स लगाने के फैसले को सही बताया, उसने कहा कि यह सरकार को उनकी तरफ से दान है.
गौरतलब है कि दिल्ली में अब शराब पीने वालों को अपनी जेबें और ज्यादा ढीली करनी पड़ेगी. दिल्ली सरकार ने ये फैसला शराब की दुकानों पर भारी भीड़ और सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाने के मद्देनजर लिया है. हालांकि सरकार के इस कदम से रेवन्यू में भी खासा इजाफा होगा.