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रियल एस्टेट के लिए बुरी खबर, डिमांड सुस्त, 2021 तक मिलेंगे सस्ते घर

aajtak.in
  • 04 मार्च 2020,
  • अपडेटेड 6:37 PM IST
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घर खरीदारों के लिए 2020 बेहतरीन मौका साबित हो सकता है. रॉयटर्स के एक पोल में इस साल प्रॉपर्टी की कीमतों में मामूली बढ़ोतरी होने का दावा किया गया है. इस रिपोर्ट से डेवलपर्स को झटका लग सकता है. पहले ही कम बिक्री के संकट का सामना करने वाले डेवलपर्स के मुनाफे पर इससे बड़ी चोट पड़ने की आशंका है. (Photo: File)

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आर्थिक सुस्ती के चलते भारत के हाउसिंग मार्केट में इस साल भी कीमतें काबू में ही रहेंगी. 2020 में घरों की कीमतों में मामूली बढ़ोतरी का अनुमान लगाया गया है. रॉयटर्स के एक पोल के मुताबिक इस साल घरों के दाम महज 2 फीसदी बढ़ने का अनुमान है. 2021 में भी घरों की कीमत में ढाई फीसदी से ज्यादा इजाफा होने की उम्मीद नहीं है. (Photo: File)

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19 फरवरी से 2 मार्च के बीच 17 प्रॉपर्टी एनालिस्ट के पोल में रॉयटर्स ने दावा किया कि भारत में कमजोर आर्थिक हालात और सुस्त डिमांड के चलते प्रॉपर्टी की कीमतों में उछाल आने की उम्मीद कम है. यानी अगर सरकार रियल एस्टेट सेक्टर को बूस्ट देने के लिए कई स्कीमों को नहीं लाई होती तो हो सकता था कि बढ़ोतरी की जगह दाम में कमी आ जाती. हालांकि नोएडा-गुड़गांव की मार्केट अभी भी गिरावट के असर से बाहर नहीं आ पाई है. (Photo: File)

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रॉयटर्स ने इसके तीन महीने पहले भी पोल किया था. उस वक्त प्रॉपर्टी मार्केट के हालात इतने खराब नहीं थे. उस पोल में रॉयटर्स ने मौजूदा साल में 3 परसेंट और 2021 में 4.25 फीसदी दाम बढ़ने की संभावना जताई थी. (Photo: File)

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रिपोर्ट के मुताबिक, अगर महंगाई दर के हिसाब से देखा जाए तो कीमतों में बढ़ोतरी की जगह दाम में कमी आई है. इससे लोगों को कम कीमत में मकान मिल सकते हैं. लेकिन अगर ये माहौल लंबे समय तक बरकरार रहा तो ये हालात सेक्टर को नुकसान पहुंचा सकते हैं. (Photo: File)

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प्रॉपर्टी के जानकारों का मानना है कि मार्जिन घटने से बिल्डर बाजार में टिक नहीं पाएंगे. नोटबंदी, RERA और फिर GST जैसे सुधारात्मक कदमों के चलते रियल एस्टेट पहले से ही संकट में था. नकदी ना होने की वजह से कई प्रोजेक्ट्स बंद हैं. अब मार्जिन कम होने से ये स्थिति और बढ़ सकती है. (Photo: File)

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रॉयटर्स ने नवंबर 2018 से इस तरह के सर्वे शुरू किए गए थे. तब से ज्यादातर शहरों में सर्वे में बताई कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ. 2010 से प्रॉपर्टी की कीमतों को ट्रैक किया जा रहा है. इसके हिसाब से 2018 में कीमतों में अभी तक सबसे कम 5.7 फीसदी बढ़ोतरी हुई है. (Photo: File)

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