चीन के वुहान से शुरू हुआ कोरोना वायरस का प्रकोप अब दुनियाभर में फैल चुका है. इस वायरस ने भारत में भी दस्तक दे दी है.
कोरोना की वजह से भारत में लोगों के करीब 13 लाख करोड़ रुपये डूब चुके हैं. आइए जानते हैं कि आखिर कैसे ये नुकसान हुआ है..
दरअसल, वैश्विक स्तर पर कोरोना वायरस के फैलाव की वजह से निवेशकों में भय का माहौल है. ऐसे में शेयर बाजार में निवेश करने वाले निवेशक भी सहम गए हैं.
यही वजह है कि विदेशी के साथ घरेलू निवेशक शेयर बेचने लगे हैं. इन हालातों में शेयर बाजार के सूचकांक बीएसई इंडेक्स का मार्केट कैपिटल भी करीब 13 लाख करोड़ कम हो गया है.
बीते 11 फरवरी को शेयर बाजार में बीएसई इंडेक्स का मार्केट कैप 1,58,97,505.26 करोड़ का था, जो 4 मार्च यानी बुधवार को 1,46,83,597.93 करोड़ रुपये पर आ गया.
इसका मतलब ये हुआ कि 11 फरवरी के बाद निवेशकों को अब तक 12.82 लाख करोड़ से अधिक का नुकसान हो चुका है. बता दें कि भारत में कोरोना वायरस के 25 से ज्यादा मामलों की पुष्टि हुई है.
यही वजह है कि निवेशकों का डर बढ़ गया है. हालांकि वैश्विक स्तर पर इस वायरस से निपटने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं. यही वजह है कि अमेरिका के केंद्रीय बैंक ने ब्याज दरों में आधा प्रतिशत की कटौती की है. वहीं चीन के केंद्रीय बैंक की ओर से भी ब्याज दरों में कटौती की गई थी.