बीते 1 हफ्ते से अमेरिका और ईरान के बीच तनाव का माहौल बढ़ गया था. हालांकि अब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान के बाद दोनों देशों में तनाव कम होने की उम्मीद है. इसका फायदा भारत को भी मिलने लगा है और कुछ दिनों से बाजार में छाई सुस्ती दूर होती दिख रही है. आइए विस्तार से जानें इसके बारे में...
सबसे पहले जानिए ट्रंप ने क्या कहा?
दरअसल, बीते बुधवार को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्र को संबोधित किया. अपने संबोधन में राष्ट्रपति ट्रंप ने ईरान पर जवाबी कार्रवाई या हमले जैसी कोई बात नहीं कही. उन्होंने कहा कि हम बल प्रयोग करना नहीं चाहते. उन्होंने नरमी दिखाते हुए कहा कि ईरान एक बेहतर देश हो सकता है, उसे आतंक का समर्थन करना बंद करना होगा. ट्रंप ने ईरान के साथ बातचीत और समझौते का रास्ता खुला रखने का संकेत देते हुए कहा कि ऐसा समझौता करने की कोशिश की जाएगी, जिससे दुनिया शांति की ओर बढ़ सके.
शेयर बाजार गुलजार
बुधवार को सेंसेक्स 51.73 (0.13%) अंकों की गिरावट के साथ 40,817.74 पर बंद हुआ. वहीं, निफ्टी 27.60 अंक (0.23%) लुढ़ककर 12,025.35 अंक पर रहा. वहीं ट्रंप के बयान के बाद गुरुवार को बाजार में बड़ी तेजी दर्ज की गई.
गुरुवार को शुरुआती कारोबार के दौरान सेंसेक्स 500 अंक उछला और निफ्टी ने भी 150
अंकों से ज्यादा की छलांग लगाई. शुरुआती कारोबार के दौरान सेंसेक्स 41 हजार 200 अंक के स्तर को पार कर गया.
रुपये में रिकवरी
ईरान से टेंशन को लेकर ट्रंप के बयान के बाद रुपये में रिकवरी आई है. गुरुवार को शुरुआती कारोबार में डॉलर के मुकाबले रुपया 25 पैसे तक मजबूत हो गया. इससे पहले बुधवार को रुपये में बड़ी गिरावट देखी गई थी लेकिन कारोबार के अंत में यह 12 पैसे की मजबूती के साथ 71.70 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ. बता दें कि बुधवार को शाम में डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान से तनाव कम करने को लेकर बयान दिया था.
सोना भी हुआ सस्ता
गुरुवार के कारोबार में सोने और चांदी के भाव में बड़ी गिरावट आई. सोने का भाव 0.04 फीसदी लुढ़क कर 40,095 रुपये 10 ग्राम पर आ गया तो वहीं चांदी 0.21 फीसदी लुढ़क कर 47,291 रुपये प्रति किलो के भाव पर कारोबार करता दिखा. इससे पहले बुधवार को सोने और चांदी के भाव में ऐतिहासिक तेजी देखी गई थी.
कच्चे तेल में नरमी
बुधवार को अमेरिका के राष्ट्रपति द्वारा ईरान के साथ तनाव कम करने का संकेत देने के बाद कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट देखी गई. न्यूयॉर्क में कच्चे तेल की कीमत में 4 फीसदी तक की कमी आई. हालांकि इसके बाद मामूली बढ़त भी आई लेकिन अब भी यह 65 डॉलर प्रति बैरल के पार है.
कच्चे तेल के भाव में नरमी की वजह से पेट्रोल और डीजल के दाम कम होंगे. इसके अलावा रुपये पर भी दबाव कम होगा. बता दें कि गुरुवार को पेट्रोल और डीजल के दाम में इजाफा हुआ है.