JDU को वक्फ कानून पर झटका, पूर्व MLA मुजाहिद आलम का इस्तीफा, समर्थकों ने नीतीश-मोदी के खिलाफ की नारेबाजी

बिहार में विधानसभा चुनाव के करीब आते ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी, जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) में हलचल तेज हो गई. वक्फ कानून के समर्थन के चलते पार्टी के भीतर इस्तीफों की बाढ़ आ चुका है. किशनगंज के जेडीयू अध्यक्ष और पूर्व विधायक मुजाहिद आलम के इस्तीफे से पार्टी को बड़ा झटका लगा है.

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JDU  के पूर्व विधायक मुजाहिद आलम और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ( फोटो क्रेडिट - x mujahidmla , पीटीआई ) JDU के पूर्व विधायक मुजाहिद आलम और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ( फोटो क्रेडिट - x mujahidmla , पीटीआई )

रोहित कुमार सिंह

  • पटना,
  • 19 अप्रैल 2025,
  • अपडेटेड 8:54 PM IST

बिहार में इसी साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं. इससे पहले सीएम नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) पार्टी को संसद में वक्फ कानून का समर्थन करने को लेकर नेताओं का इस्तीफे का सिलसिला जारी है. शनिवार (18 अप्रैल) को जेडीयू के किशनगंज के जिला अध्यक्ष और पूर्व विधायक मुजाहिद आलम ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया. इस दौरान समर्थकों ने नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार के खिलाफ नारेबाजी की.

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मुजाहिद आलम के पार्टी से इस्तीफा देने के बाद किशनगंज में पार्टी ऑफिस के बाहर दीवारों पर लिखी 'जनता दल यूनाइटेड' को सफेद रंग के कपड़े से ढक दिया गया.

प्रेस वार्ता में क्या बोले मुजाहिद आलम?

मुजाहिद आलम ने कहा, '15 साल तक जनता दल यूनाइटेड से जुड़े रहने के बाद आज मैंने अपने आपको जनता दल यूनाइटेड से अलग करने का फैसला मुसलमानों के हित में लिया है. आज तक मैं 10,000 मुसलमान से मिला हूं, पश्चमंदा मुसलमान से मिला हूं, एक भी मुझे मुसलमान नहीं मिला जो इस बिल का फायदा बता रहा हो'.

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बीजेपी पर भी साधा निशाना

उन्होंने कहा, ये लोग वक्फ को बताने का कानून बता रहे हैं, कैसे वो बताने का है? इसमें लिमिटेशन एक्ट लगाकर जो वक्फ की जमीन पर कब्जा है उसको वो जायज ठहरा रहे हैं. जबकि इसमें लिमिटेशन एक्ट को 1995 में हटा दिया गया था. अब है कि कोई वक्त की जमीन पर कोई 12 साल तक कब्जा रहेगा तो उसका लेजिटिमेट हक हो जाएगा. अधिकार हो जाएगा तो ये वक्त को कब्जा करने का कानून है।

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2013 का जो वक्फ संशोधन एक्ट जब पास हुआ था, उस वक्त बीजेपी के तरफ से अटल बिहारी वाजपेयी और लाल कृष्ण आडवाणी संसद में थे, सैय्यद शाहनवाज हुसैन लोकसभा में थे. मुख्तार अब्बास नकवी राज्यसभा में थे और सर्वसम्मति से बीजेपी का भी समर्थन उसमें था. आज अगर प्रधानमंत्री ये करें, तो वो बहुत खराब कानून था, उसके लिए बीजेपी भी जिम्मेदार है. बीजेपी ने उसको सर्वसम्मति से पार्लियामेंट में पास कराया था.

समर्थकों ने की नारेबाजी

प्रेस वार्ता के दौरान मुजाहिद आलम के समर्थकों ने पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. साथ ही वक्फ कानून वापस लेने की अपील की.

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वक्त कानून पर JDU का समर्थन: नीतीश कुमार की धर्मनिरपेक्षता पर सवाल

वक्त कानून पर JDU के समर्थन के बाद नीतीश कुमार की धर्मनिरपेक्षता पर सवाल उठ रहे हैं. बिहार विधानसभा चुनाव से पहले नीतीश ईद मिलन समारोह में पहुंचे, जिसे मुस्लिम वोटरों को लुभाने की कोशिश माना जा रहा है. JDU के कुछ मुस्लिम नेताओं ने इस्तीफा दिया है, जबकि एक नेता ने अदालत में चुनौती दी है. विपक्ष नीतीश पर सांप्रदायिकता का आरोप लगा रहा है, वहीं JDU नेता नीतीश के मुस्लिम हितैषी कार्यों का जिक्र कर रहे हैं.

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