2.7 लाख रुपये किलो बिकता है यह आम! भारत में जानिए कहां होती है खेती

Most Costliest Mango: मध्य प्रदेश के जबलपुर में आम के एक ऐसी किस्म उगाई जाती है जिसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में 2 लाख 70 हजार रुपये किलो बताई जाती है. इसकी खेती आमतौर से जापान में होती हैं. हालांकि जबलपुर में इसकी खेती की शुरुआत हो गई है.

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aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 30 मार्च 2022,
  • अपडेटेड 12:02 PM IST
  • आम की सुरक्षा के लिए किए गए हैं इंतजाम
  • बगीचे में 3 गार्ड और 9 कुत्तों की तैनाती

Most Costliest Mango: भारत में आम लोगों का सबसे पसंदीदा फल माना जाता है. यहां अच्छे किस्म के आमों के सेवन के लिए लोग अच्छी खासी रकम भी खर्च करने को तैयार रहते हैं. यही वजह है कि देश में अलग-अलग तरह की आम के किस्मों की खेती भी की जाती है.

बता दें कि मध्य प्रदेश के जबलपुर में आम के एक ऐसी किस्म उगाई जाती है जिसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में 2 लाख 70 हजार रुपये किलो बताई जाती है. इसकी खेती आमतौर से जापान में होती हैं. हालांकि जबलपुर में इसकी खेती की शुरुआत हो गई है.

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टाइयो नो टमैंगो नाम के इस आम की कीमत ज्यादा होने की वजह से इसकी सुरक्षा का भी खास इंतजाम किया गया है. मध्य प्रदेश  के जबलपुर के रहने वाले संकल्प परिहार ने इन आमों की सुरक्षा के लिए  अपने बगीचे में 3 गार्ड और 9 कुत्ते लगा रखे हैं. 

संकल्प परिहार बताते हैं कि इस आम को एग ऑफ सन यानी सूर्य का अंडा भी कहा जाता हैं. ये आम पिछले कुछ सालों में काफी चर्चा में रहा है. दरअसल, यह अपनी कीमत की वजह से लोगों की नजर में बना हुआ था. कुछ वक्त बाद बगीचे से कुछ आम की चोरी भी हो गई. ऐसे में उन्हें आमों की सुरक्षा के इंतजाम करने पड़े. इसके लिए उन्हें अतिरिक्त पैसे भी खर्च करने पड़ रहे हैं.

विशेषज्ञों का कहना है कि ये आम जब पूरी तरह से पक जाता है तो इसका वजन 900 ग्राम तक पहुंच जाता है. साथ ही इसका रंग हल्का लाल और पीला हो जाता है और इसकी मिठास भी सबको अपनी तरफ आकर्षित करती है. इसके अलावा इसमें अन्य आमों के मुकाबले रेशे बिल्कुल नहीं पाए जाते हैं.

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आम की यह प्रजाति जापान में पॉली हाउस में उगाई जाती है, लेकिन संकल्प सिंह परिहार ने अपनी बंजर पड़ी जमीन पर इसे खुले वातावरण में उगाया है.  वह बताते हैं कि शुरुआत में 4 एकड़ के बगीचे में उन्होंने आम के कुछ पेड़ लगाए थे. अब उनके बगीचे में 14 हाइब्रिड तथा छह विदेशी किस्म के आम हैं. फिलहाल उन्होंने  अपने 4 एकड़ के बगीचे में 14 अलग-अलग किस्म के आमों को लगा रखा है. इसके अलावा उन्होंने टाइयो नो टमैंगो के भी 52 पेड़ भी लगाए हुए हैं.

 

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