रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने साफ कर दिया है कि भारत और रूस के बीच कई अहम समझौते हो सकते हैं. आजतक के 'वर्ल्ड एक्सक्लूसिव' इंटरव्यू में रूसी राष्ट्रपति ने इसपर बात की.
आजतक की मैनेजिंग एडिटर अंजना ओम कश्यप और इंडिया टुडे की फॉरेन अफेयर्स एडिटर गीता मोहन संग इंटरव्यू में पुतिन ने बताया कि भारत और रूस हाई टेक्नोलॉजी, स्पेस टेक्नोलॉजी, न्यूक्लियर टेक्नोलॉजी से लेकर शिप बिल्डिंग, एयरक्राफ्ट बिल्डिंग और भविष्य को ध्यान में रखते हुए कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग कर रहे हैं.
बता दें कि पुतिन गुरुवार देर शाम भारत पहुंचे. यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रोटोकॉल तोड़कर उनका स्वागत किया.
इंटरव्यू के दौरान जब इंडिया टुडे की फॉरेन अफेयर्स एडिटर गीता मोहन ने पुतिन से सवाल पूछा, 'राष्ट्रपति पुतिन भारत में आपकी यात्रा के दौरान क्या-क्या घोषणाएं अपेक्षित हैं. हमने टेक्नोलॉजी ट्रांसफर, व्यापार समझौतों के बारे में सुना है... इसके अलावा हम और क्या-क्या उम्मीद कर सकते हैं ? आप जानते हैं इस समय आपकी यात्रा पर पूरी दुनिया की निगाहें टिकी हैं.'
'भारत विकासशील देश'
पुतिन ने भारत की प्रगति की तारीफ करते हुए कहा, 'पूरी दुनिया देख रही है! मुझे नहीं लगता कि इसमें कुछ खास है. भारत एक बहुत विशाल देश है. ये 150 करोड़ लोगों का देश है. ये एक विकासशील देश है, जहां विकास की दर 7.7 फीसदी है. ये प्रधानमंत्री मोदी की एक बड़ी उपलब्धि है. ये भारत के नागरिकों के लिए गौरव की बात है. हालांकि, आलोचना करने वाले हमेशा कह सकते हैं कि इससे बेहतर किया जा सकता था. पर नतीजे सबके सामने हैं '
हाई टेक्नोलॉजी और AI पर विशेष फोकस
रूसी राष्ट्रपति ने भारत के साथ आने वाले वक्त में सहयोग के लिए कई अहम क्षेत्रों की पहचान की है. उन्होंने कहा, 'आने वाले वक्त में हम भविष्य को लेकर कई अहम क्षेत्रों में सहयोग के लिए तैयार हैं, हाई टेक्नोलॉजी उनमें से एक है.
पुतिन ने बताया कि भारत और रूस स्पेस टेक्नोलॉजी, न्यूक्लियर टेक्नोलॉजी से लेकर शिप बिल्डिंग, एयरक्राफ्ट बिल्डिंग और भविष्य को ध्यान में रखते हुए कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग कर रहे हैं.
AI की चुनौतियां
उन्होंने भविष्य को ध्यान में रखते हुए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) को एक उदाहरण के रूप में उजागर किया. उन्होंने कहा कि AI आज के दौर की वो टेक्नोलॉजी है जो आने वाला भविष्य तय करेगी.
पुतिन ने स्वीकार किया कि AI जैसे क्षेत्र में हमारी प्रगति को रफ्तार मिल सकती है, लेकिन ये भी सही है कि इसके साथ कई चुनौतियां भी जुड़ी हैं.
उन्होंने कहा कि वह प्रधानमंत्री मोदी के साथ मिलकर इन्हीं विषयों पर बात करेंगे. इसका मकसद वो रास्ता चुनना होगा जो दोनों देशों के लिए आज के वक्त में सबसे बेहतर हो.
इस पर इंडिया टुडे की फॉरेन अफेयर्स एडिटर गीता मोहन ने पुतिन से पूछा कि पूछा कि क्या आप किसी खास समझौते के बारे में बताना चाहेंगे? तो उन्होंने जवाब देने से इनकार कर दिया.
उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा, 'मुझे शायद इस बारे में अभी कुछ नहीं कहना चाहिए, क्योंकि इन समझौतों की औपचारिक घोषणा उनकी भारत यात्रा के दौरान साझा तौर पर ही किए जाएंगे. तभी इन समझौतों पर औपचारिक हस्ताक्षर भी किए जाएंगे.'