ढाका के एक स्पेशल हॉस्पिटल की CCU में बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया जिंदगी और मौत से जूझ रही हैं. लाइफ सपोर्ट पर हैं. लेकिन उनका बेटा और BNP के चीफ तारिक रहमान पिछले 17 साल से लंदन में हैं. मां की ये हालत देखकर भी ढाका नहीं लौट रहे.
अब जब बांग्लादेश में चुनाव की तारीखें घोषित होने वाली हैं और सर्वे में BNP को हल्की सी बढ़त दिख रही है तो सबसे बड़ा सवाल यही है कि 60 साल के तारिक रहमान इस वक्त न तो मां के पास हैं, न कैंपेन में दिख रहे हैं. आइए जानते हैं कि आखिर चल क्या रहा है?
तारिक ने क्या कहा?
फेसबुक पोस्ट में तारिक ने लिखा, 'मां की हालत देखकर हर बच्चे की तरह मैं भी उनके पास जाना चाहता हूं. लेकिन मेरे हाथ में सब कुछ नहीं है... कुछ ताकतें मेरे कंट्रोल में नहीं हैं.' उन्होंने लिखा, 'राजनीतिक हालात जब सही स्तर पर पहुंचेंगे, तभी मैं लौट पाऊंगा.'
क्या बोल रहे हैं BNP वाले?
पार्टी के सीनियर नेता सलाहुद्दीन अहमद ने सोमवार रात कहा, 'तारिक जल्द ही बांग्लादेश लौटेंगे.' यूनुस की अंतरिम सरकार ने भी कहा है कि अगर तारिक चाहें तो एक दिन में ट्रैवल पास जारी कर देंगे. फिर भी तारिक लंदन में ही हैं.
तारिक लंदन में कब से और क्यों?
तारिक साल 2008 में इलाज के लिए लंदन गए थे. उस वक्त मिलिट्री बैकड सरकार ने उन्हें 17 महीने जेल में रखा था. बाद में भ्रष्टाचार के कई केस लगे, ज्यादातर अनुपस्थिति में सजा हुई (2023 में 9 साल की सजा भी). तारिक कहते हैं कि सारे केस राजनीतिक बदले की कार्रवाई थे. शेख हसीना के जाने के बाद दिसंबर 2024 से मई 2025 के बीच सारे 84 केस से बरी हो गए. अब कोई कानूनी अड़चन नहीं है.
फिर लौट क्यों नहीं रहे?
BNP के एक सूत्र ने इंडिया टुडे को बताया कि कानूनी तौर पर कुछ नहीं रोक रहा. चुनाव की तारीख घोषित होते ही तारिक लौट आएंगे. ये मां की भी ख्वाहिश है. शायद 10 दिसंबर के बाद आ जाएं.
असली वजह क्या है?
बांग्लादेश के पॉलिटिशियन और एनालिस्ट जाहिद उर रहमान ने लिखा है कि तारिक को पता है कि न लौटने से उनकी इमेज खराब हो रही है. लेकिन वो ये भी जानते हैं कि अभी लौटना खतरनाक हो सकता है. देश में सिक्योरिटी की हालत ठीक नहीं है. अगर वो पार्टी हेड बनकर लौटे तो सरकार जो सिक्योरिटी देगी, क्या वो काफी होगी? देश-विदेश में कई लोग हैं जो उनके लिए खतरा बन सकते हैं. BNP के लिए ये वक्त बहुत नाजुक है.
सर्वे में BNP को 33% और जमात-ए-इस्लामी को 29% वोट दिख रहे हैं. बढ़त बहुत कम है. लंदन से पार्टी चलाना मुश्किल हो रहा है. ऊपर से मां की हालत... अगर तारिक मां के पास भी नहीं पहुंच पाए तो जनता में गलत मैसेज जाएगा और फरवरी के चुनाव में BNP को भारी नुकसान हो सकता है. फिलहाल सवाल वही है कि तारिक रहमान कब लौटेंगे? या फिर लौटेंगे भी या नहीं?