उत्तर प्रदेश भाजपा को आज दोपहर तक नया प्रदेश अध्यक्ष मिल जाएगा. केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री और महराजगंज से सात बार के सांसद पंकज चौधरी का निर्विरोध यूपी बीजेपी अध्यक्ष चुना जाना तय है और सिर्फ इसकी औपचारिक घोषणा होनी बाकी है. प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए नामांकन की समय-सीमा शनिवार दोपहर 3 बजे समाप्त हो गई. इस पद के लिए पंकज चौधरी के अलावा किसी अन्य नेता ने नामांकन दाखिल नहीं किया है. इस तरह वह यूपी बीजेपी अध्यक्ष पद की दौड़ में शामिल इकलौते उम्मीदवार हैं.
बीजेपी के राष्ट्रीय संगठन महासचिव विनोद तावड़े और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल आज दोपहर 2 बजे लखनऊ पार्टी दफ्तर में यूपी भाजपा अध्यक्ष के रूप में पंकज चौधरी के नाम की औपचारिक घोषणा करेंगे. इससे पहले कल नामांकन के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद मौजूद रहे और वह चौधरी के प्रस्तावक बने. उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक भी उनके प्रस्तावकों में शामिल थे. इसके अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, यूपी सरकार में मंत्री सुरेश खन्ना, स्वतंत्रदेव सिंह, सूर्य प्रताप शाही और बेबी रानी मौर्य ने भी उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष पद के लिए पंकज चौधरी के नाम का प्रस्ताव रखा.

बीजेपी के राष्ट्रीय संगठन महासचिव विनोद तावड़े और केंद्रीय मंत्री महेंद्र नाथ पाण्डेय ने चुनाव अधिकारी के रूप में पंकज चौधरी का नामांकन स्वीकार किया. नई भूमिका के बारे में पूछे जाने पर चौधरी ने आजतक से बातचीत में कहा, 'आज पर्चा दाखिल हुआ है, स्क्रूटनी चल रही है. आधिकारिक घोषणा कल दोपहर 2 बजे केंद्रीय नेताओं द्वारा की जाएगी. उसके बाद आगे की कार्ययोजना पर चर्चा होगी. पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने मुझे नामांकन दाखिल करने को कहा था, जिसके बाद मैंने पर्चा भरा. मेरे यूपी बीजेपी अध्यक्ष बनने की खबरें मीडिया में चल रही हैं. लेकिन खबरों में चलना और संगठन का फैसला अलग-अलग चीजें होती हैं. मुझे पार्टी जो भी जिम्मेदारी देगी, उसे पूरी निष्ठा से निभाऊंगा.'
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बांग्लादेशी घुसपैठियों को उत्तर प्रदेश से बाहर करने के अभियान के बारे में पूछे जाने पर पंकज चौधरी ने कहा, 'यह होना भी चाहिए. देश में कोई अवैध घुसपैठिया नहीं रहना चाहिए. हम इसका पूरा समर्थन करते हैं.' यूपी में कुर्मी वोट बैंक को बीजेपी के पक्ष में लामबंद करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि पहले जिम्मेदारी मिलने दीजिए, फिर कार्ययोजना बताई जाएगी. बता दें कि पंकज चौधरी कुर्मी समाज से आते हैं. यह समुदाय उत्तर प्रदेश में अन्य पिछड़ा जातियों (OBC) में शामिल है और अच्छा खासा चुनावी प्रभाव रखता है. बतौर यूपी बीजेपी अध्यक्ष चौधरी की नियुक्ति को 2027 के विधानसभा चुनावों से पहले पार्टी की गैर यादव ओबीसी समुदायों को साधने की रणनीतिक चाल माना जा रहा है.