उत्तर प्रदेश के हापुड़ में नगर कोतवाली पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने एक ऐसे अंतर्राज्यीय हाईटेक वाहन चोर गैंग का पर्दाफाश किया है, जो लग्जरी गाड़ियों को अपना निशाना बनाकर चोरी की वारदातों को अंजाम दिया करता था. इस गैंग की कार्यप्रणाली इतनी उन्नत और शातिर थी कि यह लोग आधुनिक सॉफ्टवेयर की मदद से गाड़ियों के पुश स्टार्ट बटन (स्विच) को अनलॉक कर वाहन स्टार्ट कर लेते थे.
20 से ज्यादा लग्जरी गाड़ियां चुराई
पुलिस के अनुसार, गैंग के लोग चोरी की गई गाड़ी से ही दूसरी लग्जरी गाड़ियों को चुराने के लिए निशाना चुनते थे. यह एक सीरीज की तरह काम करता था, पहली गाड़ी चोरी की, फिर उसी का उपयोग दूसरी चोरी की योजना बनाने में किया गया. इसी तरह गिरोह अब तक 20 से ज़्यादा लग्जरी वाहन चोरी कर चुका है.
नगर कोतवाली पुलिस ने इस गिरोह के चार सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने उनके कब्जे से दो लग्जरी गाड़ियां बरामद की हैं, जिनके बारे में आरोपियों ने बताया कि वो इन्हें चोरी करने के बाद फर्जी कागज तैयार कर सस्ते दामों में दूसरे राज्यों में बेचने की तैयारी कर रहे थे.
पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया है कि वो विशेष रूप से नए मॉडल की लग्जरी गाड़ियों को ही निशाना बनाते थे, क्योंकि उनमें पुश स्टार्ट बटन सिस्टम होता है. गिरोह सॉफ्टवेयर की मदद से गाड़ी का लॉक तोड़ता था, उसे स्टार्ट करता था और कुछ ही मिनटों में लेकर फरार हो जाता था.
सॉफ्टवेयर की मदद से स्टार्ट करते थे कार
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि गिरोह तकनीक का दुरुपयोग करते हुए वाहन चोरी जैसे अपराध को नए स्तर पर ले गया था. जांच में यह भी सामने आया कि चोरी के बाद गिरोह फर्जी दस्तावेज़ तैयार कर गाड़ियों को दूसरे राज्यों में बेहद कम कीमत पर बेच देता था.
हापुड़ पुलिस अब इस गिरोह के अन्य सदस्यों और उनके नेटवर्क की तलाश में जुटी है. साथ ही, जिन राज्यों में चोरी की गई गाड़ियां बेची गई हैं, वहां की पुलिस को भी सूचित कर समन्वय किया जा रहा है. पुलिस का कहना है कि जल्द ही पूरे नेटवर्क का भंडाफोड़ किया जाएगा.