सोशल मीडिया पर इन दिनों जिस वीडियो ने लोगों को सबसे ज़्यादा झकझोर कर रख दिया है, वह सिडनी के बॉन्डी बीच का है. इसी वीडियो में एक आम शख्स ने उस वक्त असाधारण साहस दिखाया, जब चारों ओर अफरा-तफरी और गोलियों की आवाज़ें गूंज रही थीं. इस शख्स का नाम है अहमद अल अहमद जिसने आतंक के उस खौफनाक पल में इंसानियत की मिसाल कायम कर दी.
जब हमलावर हनुक्का का जश्न मना रहे लोगों पर अंधाधुंध फायरिंग कर रहे थे, तब अहमद निहत्थे होते हुए भी पीछे हटे नहीं. जान की परवाह किए बिना उन्होंने एक हमलावर पर पीछे से झपट्टा मारा. गोलीबारी और भगदड़ के बीच उन्होंने उससे राइफल छीन ली और हालात को और बिगड़ने से रोक दिया. उनकी इस फौरन दिखाई गई बहादुरी ने कई बेगुनाह लोगों की जान बचा ली.
हालांकि इस बहादुरी की कीमत उन्हें खुद चुकानी पड़ी. दूसरे हमलावर की गोली अहमद को लग गई और वे गंभीर रूप से घायल हो गए. इसके बावजूद, उनकी हिम्मत और जज़्बे की तस्वीरें अब दुनिया भर में मिसाल बन चुकी हैं. वायरल वीडियो ने अहमद को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक हीरो बना दिया है.
इसी बीच, यहूदी अरबपति निवेशक विलियम एकमैन (बिल एकमैन) की पहल पर अहमद के इलाज और मदद के लिए एक फंडरेजिंग अभियान शुरू किया गया है. GoFundMe प्लेटफॉर्म पर चल रहे इस अभियान में कुल 3.1 मिलियन डॉलर का लक्ष्य तय किया गया है, जबकि अब तक इसमें 2,068,043 डॉलर जुटाए जा चुके हैं.
भारतीय मुद्रा में यह राशि लगभग 17 करोड़ 16 लाख रुपये के बराबर बैठती है, जबकि कुल लक्ष्य करीब 25 करोड़ 73 लाख रुपये का है. यानी तय लक्ष्य का बड़ा हिस्सा पहले ही पूरा हो चुका है. खुद विलियम एकमैन ने इस अभियान में 99,999 डॉलर, यानी करीब 90 लाख रुपये से ज्यादा, की व्यक्तिगत मदद की है.
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कौन हैं विलियम एकमैन
फोर्ब्स के अनुसार, विलियम एकमैन अमेरिका की मशहूर हेज फंड कंपनी पर्शिंग स्क्वायर कैपिटल मैनेजमेंट एलपी के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं. उनकी अनुमानित संपत्ति करीब करीब 9.5 अरब डॉलर बताई जाती है.
शरणार्थी हैं अहमद
सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड की रिपोर्ट के मुताबिक, अहमद मूल रूप से सीरिया के रहने वाले हैं और वर्ष 2006 में ऑस्ट्रेलिया आए थे. उन्हें साल 2022 में ऑस्ट्रेलियाई नागरिकता मिली. अहमद एक तंबाकू की दुकान चलाते हैं और दो छोटी बेटियों के पिता हैं, जिनकी उम्र पांच और छह साल है.
फिलहाल अहमद अस्पताल में भर्ती हैं. मुठभेड़ के दौरान उन्हें दो गोलियां लगी थीं, जिसके बाद उनकी सर्जरी की गई. इस बीच ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज खुद अस्पताल पहुंचे और अहमद से मुलाकात की.
प्रधानमंत्री ने इस मुलाकात का वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा करते हुए लिखा कि अहमद ने दूसरों की जान बचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डाली और सबसे कठिन वक्त में ऑस्ट्रेलियाइयों की असली ताकत को दुनिया के सामने रखा. अहमद एक सच्चे हीरो हैं.