भारत में अमेरिका जाकर बसने का सपना करोड़ों लोगों का है, लेकिन ज्यादातर के लिए यह सपना कभी पूरा नहीं हो पाता. ट्रंप के दोबारा आने के बाद इमिग्रेशन से जुड़ी चुनौतियां और कड़ी हो गई हैं. इसी बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ है, जिसमें बड़ा सवाल उठाया गया कि आखिर भारत छोड़कर अमेरिका, कनाडा या ऑस्ट्रेलिया जाने वाले लोग वापस क्यों नहीं आते?
यह वीडियो कंटेंट क्रिएटर सारिका (@sarika_in_america) ने शेयर किया है. उन्होंने बेहद सरल और प्रैक्टिकल तरीके से समझाया कि विदेश जा चुके भारतीयों के लिए भारत लौटना इतना मुश्किल क्यों हो जाता है. दिसंबर 2025 में इंस्टाग्राम और X पर वायरल हुए इस वीडियो ने इंटरनेट पर जबरदस्त बहस छेड़ दी है, जहां लोग दो हिस्सों में बंट गए.कुछ ने इसे कड़वी सच्चाई कहा, तो कुछ ने इसे ओवरसिंप्लीफाइड राय बताया.
'सैलरी का फर्क ही पूरा खेल बदल देता है'
सारिका ने बताया कि विदेशों में सैलरी का अंतर इतना बड़ा है कि खेल ही बदल जाता है. भारत में जहां एक फ्रेशर को 25 से 40 हजार रुपये मिलते हैं, वहीं अमेरिका में उबर चलाने पर ही 2.1 से 2.5 लाख रुपये महीने की कमाई हो जाती है. ओवरटाइम जोड़ दें तो यह राशि 3.5 लाख रुपये तक पहुंची दिखाई देती है. उनका कहना था कि भारत में लोग जहां 15 साल में घर खरीदते हैं, वहीं अमेरिका में यह सपना चार–पांच साल में पूरा हो जाता है.
उन्होंने यह भी कहा कि साफ हवा, साफ पानी और साफ भोजन वहां किसी लग्जरी की तरह नहीं, बल्कि बेसिक राइट माना जाता है. न खाने में मिलावट का डर, न पानी फिल्टर करने की रोज की टेंशन और न हवा में धुएं का जहर.
सारिका ने एक दिलचस्प तुलना करते हुए कहा कि अमेरिका से सिर्फ 500 डॉलर भारत भेज देने पर एक पूरा परिवार ‘किंग मोड’ में आ जाता है.फ्रिज खरीदना हो, फीस भरनी हो या दवाइयां लेनी हों, सब आराम से संभल जाता है, जबकि भारत में 40 हजार रुपये कमाने वाले को खुद भी मुश्किलें आती हैं और घर का खर्च भी तंग पड़ता है.
देखें वाययरल वीडियो
'भारत से नफरत की बात नहीं'
वीडियो में कहा गया है कि लोकसभा क्षेत्र से बाहर निकलो तो पता चलता है दुनिया कितनी बड़ी है. वहां लोग सपने सिर्फ दिखाते नहीं, उन्हें पूरा करना भी सिखाते हैं. अंत में उन्होंने साफ कहा कि यह भारत से नफरत की बात नहीं, बल्कि एक प्रैक्टिकल समझ है -पांच–सात साल जाओ, कमाओ, सीखो, दुनिया देखो। अगर मन करे तो वापस आ जाना… दरवाजा तो खुला ही है ना?
लेकिन देश की मिट्टी की खुशबू...
वीडियो के वायरल होते ही इंटरनेट दो धड़ों में बंट गया. एक तरफ लोगों ने कहा कि सारिका ने बिल्कुल सच बोला है और यही वजहें हैं जिनके चलते लोग वापस नहीं आते. वहीं दूसरी तरफ कई यूजर्स ने लिखा कि पैसा सब कुछ नहीं होता, घर-परिवार, त्योहार और देश की मिट्टी की खुशबू जैसे एहसास किसी भी विदेशी कमाई से बड़े होते हैं. कुछ यूजर्स ने अपनी निजी कहानियां भी साझा कीं.किसी ने बताया कि वह 8 साल अमेरिका में रहा और लौटने के बाद पछतावा हो रहा है, तो किसी ने सारिका से आग्रह किया कि वह एक दूसरा पार्ट बनाएं जिसमें उन लोगों की कहानी हो जो विदेश से वापस लौटे.