scorecardresearch
 

कोट-पैंट और हैट पहनकर स्टाइल में घूम रहे थे युवक, तालिबान ने पकड़कर दे दी सजा

अफगानिस्तान के हेरात शहर में चार युवकों को तालिबान ने हिरासत में ले लिया, क्योंकि वे ब्रिटिश टीवी सीरीज़ पीकी ब्लाइंडर्स से प्रेरित कपड़े पहनकर घूमते दिखे. तालिबान का कहना है कि यह विदेशी संस्कृति को बढ़ावा देने के बराबर है.

Advertisement
X
अफगानिस्तान के हेरात शहर में चार युवकों को तालिबान ने हिरासत में ले लिया (Images: BBC/X via Bilal Sarwary)
अफगानिस्तान के हेरात शहर में चार युवकों को तालिबान ने हिरासत में ले लिया (Images: BBC/X via Bilal Sarwary)

सोशल मीडिया पर इन दिनों एक वीडियो खूब वायरल है. इसमें अफगानिस्तान के हेरात शहर की सड़कों पर चार युवा पीकी ब्लाइंडर्स के किरदारों की तरह कपड़े पहनकर घूमते दिख रहे हैं. लंबा ओवरकोट, वेस्टकोट और फ्लैट कैप… बिल्कुल पीकी ब्लाइंडर्स के किरदारों से जैसा लुक.


कई लोगों को लगा कि शायद इस मशहूर BBC सीरीज़ की नई फिल्म Peaky Blinders: The Immortal Man की शूटिंग हो रही है. लेकिन सच इससे बिल्कुल अलग था. ये कोई अभिनेता नहीं, बल्कि आम अफगान युवक थे, जिनकी उम्र 20 से 24 साल के बीच बताई जा रही है. वे सिर्फ अपने पसंदीदा शो की स्टाइल कॉपी कर रहे थे,लेकिन उन्हें अंदाजा नहीं था कि तालिबान शासन में इसका अंजाम क्या होगा.

'कोट, पैंट पहनने की मिली सजा'

वीडियो वायरल होते ही तालिबान अधिकारियों ने इस पर ध्यान दिया. CBS News की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले हफ्ते हेरात के एक कैफे से इन चारों युवकों को गिरफ्तार कर लिया गया. तालिबान की धार्मिक नैतिकता देखने वाले मंत्रालय के प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि ये युवक विदेशी और गैर-इस्लामिक संस्कृति को बढ़ावा दे रहे थे और अपने पहनावे से सार्वजनिक माहौल बिगाड़ रहे थे.सजा के तौर पर इन्हें जेल नहीं भेजा गया, बल्कि एक सरकारी सुधार केंद्र में रखा गया है, जहां आमतौर पर उन लोगों को भेजा जाता है जो तालिबान के समाजिक नियमों से 'भटके' हुए माने जाते हैं. उनकी रिहाई की कोई तारीख तय नहीं की गई है.

Advertisement

देखें वीडियो

'अफगानिस्तान में फैशन भी अपराध बन गया'

अफगान पत्रकार बिलाल सरवारी ने X पर लिखा-न हथियार, न गैंग… सिर्फ फ्लैट कैप और लंबा कोट ही तालिबान को इतने खतरनाक लग गए.सरवारी ने कहा कि यह घटना मज़ाक जैसी लगती है, लेकिन असल में यह अफगानिस्तान की आज की कड़वी हकीकत दिखाती है.कुछ दिन पहले ही अफगान सुप्रीम कोर्ट ने एक व्यक्ति को 13 रिश्तेदारों की हत्या के मामले में सार्वजनिक रूप से फांसी देने का आदेश दिया था। यह सज़ा एक 13 साल के लड़के से दिलवाई गई और इसे 80,000 लोगों ने देखा। UN ने इस घटना की कड़ी निंदा की थी.

---- समाप्त ----
Live TV

Advertisement
Advertisement