एक्स-रे (X-ray) एक प्रकार की अदृश्य ऊर्जा किरण (radiation) है जिसका उपयोग शरीर के अंदर की संरचनाओं को देखने के लिए किया जाता है. यह चिकित्सा विज्ञान में रोगों की जांच, हड्डियों की स्थिति और अंदरूनी अंगों की संरचना समझने के लिए एक बेहद उपयोगी तकनीक है.
एक्स-रे एक प्रकार की इलेक्ट्रोमैग्नेटिक वेव (जैसे कि लाइट) है, लेकिन इसकी ऊर्जा अधिक होती है. यह शरीर के ऊतक (tissues) और हड्डियों में से होकर गुजरती है. हड्डियां और धातु जैसी ठोस वस्तुएं इसे रोकती हैं, जबकि मांसपेशियाँ और त्वचा इसे पार करने देती हैं.
मरीज को एक खास पोजिशन में रखा जाता है. एक्स-रे मशीन से शरीर पर किरणें डाली जाती हैं. ये किरणें शरीर से गुजरकर एक फिल्म या डिजिटल डिटेक्टर पर छवि बनाती हैं. जहां एक्स-रे ज्यादा रुकी (जैसे हड्डी), वहां सफेद दिखता है. जहां किरणें ज्यादा पार हो गईं (जैसे मांस), वहां काला दिखता है.
उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य विभाग में साल 2008 में हुए एक्स-रे टेक्नीशियन भर्ती घोटाले की परतें खुल गई हैं. 79 पदों के लिए निकाली गई इस भर्ती में 61 अतिरिक्त लोगों को नौकरी दी गई थी, जिससे सरकारी खजाने को करोड़ों का चूना लगा. इनमें से कई लोगों की डिग्रियां भी फर्जी थीं.