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West Nile Fever

West Nile Fever

West Nile Fever

वेस्ट नाइल फीवर

वेस्ट नाइल फीवर (West Nile Fever) एक वायरल इंफेक्शन है, जो आमतौर पर मच्छरों के काटने से फैलता है. इंसानों में लगभग 80% संक्रमणों में बहुत कम या कोई लक्षण नहीं होते हैं. लगभग 20% लोगों को बुखार, सिरदर्द, उल्टी या दाने हो जाते हैं. 1% से भी कम लोगों में, गर्दन में अकड़न, भ्रम या दौरे के साथ, एन्सेफलाइटिस या मेनिन्जाइटिस होता है. ठीक होने में हफ्तों से लेकर महीनों तक का समय लग सकता है. जिन लोगों में नर्वस सिस्टम प्रभावित होता है उनमें मृत्यु का जोखिम लगभग 10 प्रतिशत होता है (West Nile Fever. Viral Infection).
 
वेस्ट नाइल वायरस (WNV) आमतौर पर मच्छरों द्वारा फैलता है जो संक्रमित पक्षियों को खाने से संक्रमित हो जाते हैं (WNV Spread by Mosquitoes). यह वायरस रक्तादान, अंग प्रत्यारोपण या गर्भावस्था, प्रसव या स्तनपान के दौरान मां से बच्चे में फैल सकता है. यह वायरस सीधे लोगों के बीच नहीं फैलता है. गंभीर बीमारी के जोखिम में 60 वर्ष से अधिक के उम्र वाले या स्वास्थ्य समस्याओं वाले लोगों में यह गंभीर हो सकता है. इसका इलाज आमतौर पर लक्षणों और ब्लड टेस्ट पर आधारित होता है (Symptoms West Nile Fever).

वेस्ट नाइल फिवर का अब तक कोई टीका नहीं बना है. संक्रमण के जोखिम को कम करने का सबसे अच्छा तरीका है मच्छरों के काटने से बचना (No Human Vaccine For WNV). 

इस वायरस की खोज 1937 में युगांडा में हुई थी. पहली बार 1999 में उत्तरी अमेरिका में इसका पता चला था. WNV यूरोप, अफ्रीका, एशिया, ऑस्ट्रेलिया और उत्तरी अमेरिका में हुआ है. संयुक्त राज्य अमेरिका में एक वर्ष में हजारों मामले दर्ज किए जाते हैं, जिनमें से अधिकांश अगस्त और सितंबर में होते हैं. यह बिमारी घोड़ों में गंभीर भी हो सकती है, लेकिन इसके लिए एक टीका उपलब्ध है (WNV Discovered in Uganda).
 

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