वैजयंतीमाला
वैजयंतीमाला (Vaijayantimala) एक पूर्व भारतीय अभिनेत्री (Veteran Actress) और नर्तकी हैं. वह हिंदी सिनेमा में 1950 और 1960 के दशक की "पहली महिला सुपरस्टार" के रूप में जानी जाती हैं (Vaijayantimala Woman Super Star). उन्हें दो बीएफजेए पुरस्कार और पांच फिल्मफेयर पुरस्कारों सहित कई पुरस्कार मिल चुके हैं (Vaijayantimala Awards). उन्होंने 13 साल की उम्र में तमिल फिल्म वाजकाई (1949) के साथ स्क्रीन पर शुरुआत की (Vaijayantimala Debut). हिंदी सिनेमा में उन्होंने फिल्म बहार (1951) से अपनी शुरुआत की. 1968 में उन्हें भारत सरकार द्वारा चौथे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म श्री से सम्मानित किया गया था (Vaijayantimala PAdma Shri). उन्हें संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार भी मिल चुका है (Vaijayantimala Sangeet Natak Akademi Award).
वैजयंतीमाला के फिल्मों में देवदास (1955), नागिन (1954), नई दिल्ली (1956), नया दौर (1957), आशा (1957), साधना (1958), मधुमती (1958), गंगा जमना (1961), संगम (1964), आम्रपाली (1966), सूरज (1966), ज्वेल थीफ (1967), हेटे बाजारे (1967), फिल्म सुंघुर्ष (1968), प्रिंस (1969), मिलन (1967), महबूबा (1976), कुदरत (1980), कर्ज (1980) ), करण अर्जुन (1995) और ओम शांति ओम (2007) शामिल है (Vaijayantimala Movies).
उनका जन्म 13 अगस्त 1936 को पार्थसारथी मंदिर के पास ट्रिप्लिकेन में हुआ था (Vaijayantimala Age). वह एक तमिल आयंगर ब्राह्मण परिवार से आती है. उनके पिता मांड्याम धाती रमन और मां वसुंधरा देवी थीं. उनकी मां 1940 के दशक में तमिल सिनेमा की एक प्रमुख अभिनेत्री थीं (Vaijayantimala Parents). वैजयंती ने सेक्रेड हार्ट हायर सेकेंडरी स्कूल, प्रेजेंटेशन कॉन्वेंट, चर्च पार्क, चेन्नई में पढ़ाई की. उन्होंने भरत नाट्यम गुरु वज़ुवूर रमैया पिल्लई से और कर्नाटक संगीत मनक्कल शिवराजा अय्यर से सीखा है (Vaijayantimala Education).
वैजयंतीमाला ने पहले से शादीशुदा चमनलाल बाली से शादी की, जो दिल्ली के एक पंजाबी हिंदू आर्य समाजी थे. लेकिन वह चेन्नई के अन्ना सलाई में रहते थे (Vaijayantimala Husband). उनका एक बेटा सुचिंद्र बाली है (Vaijayantimala Son).