राजपथ
दिल्ली में स्थित है राजपथ (Rajpath), जिसे आधिकारिक तौर पर 8 सितंबर 2022 को कार्तव्य पथ (Kartavya Path) नाम दिया गया है. इसे पहले किंग्सवे के नाम से जाना जाता था. भारत की राजधानी दिल्ली में एक औपचारिक बुलेवार्ड है, जो रायसीना हिल पर राष्ट्रपति भवन से विजय चौक और इंडिया गेट, नेशनल वॉर मेमोरियल से नेशनल स्टेडियम तक जाती है. इसके दोनों तरफ विशाल लॉन, नहर और पेड़ों की पंक्तियां बना हुई हैं. इसे भारत में सबसे महत्वपूर्ण सड़कों में से एक माना जाता है.
राजपथ वह जगह है जहां 26 जनवरी को वार्षिक गणतंत्र दिवस परेड होती है. यह परेड जनपथ सड़क पार करते हुए राजपथ पूर्व-पश्चिम दिशा में चलता है. दिल्ली के आर्थिक केंद्र कनॉट प्लेस से सड़कें उत्तर से राजपथ तक जाती हैं. रायसीना के बाद, राजपथ सचिवालय भवन के उत्तर और दक्षिण ब्लॉकों से घिरा है. अंत में यह राष्ट्रपति भवन के गेट पर समाप्त होता है. विजय चौक पर यह संसद मार्ग को पार करती है और इंडिया गेट से आने पर भारतीय संसद भवन को दाईं ओर देखा जा सकता है (Rajpath Location).
इस सड़क का उपयोग भारत के प्रमुख राजनीतिक नेताओं के अंतिम संस्कार के यात्रा के लिए भी किया जाता है.
राजपथ और जनपथ का निर्माण 1911 में ब्रिटिश सरकार और वाइसरीगल प्रशासन द्वारा किया गया है. दरअसल उन्होंने निर्धारित किया कि ब्रिटिश भारतीय साम्राज्य की राजधानी को कलकत्ता से दिल्ली स्थानांतरित किया जाएं. उसी साल नई दिल्ली जिले में निर्माण शुरू हुआ जो प्रशासनिक राजधानी के रूप में काम करेगा. इस नए शहर के निर्माण के लिए ब्रिटिश राज ने एडविन लुटियंस (Edwin Lutyens) को जिम्मादारी दी. लुटियंस वाइसरीगल पैलेस से दिल्ली शहर का विहंगम दृश्य चाहते थे. नतीजतन, रायसीना हिल का दृश्य राजपथ और इंडिया गेट के पार तक है. बीच में केवल नेशनल स्टेडियम है (Kingsway, Rajpath History).
राजपथ के आसपास की अधिकांश इमारतों को लुटियंस और परियोजना के दूसरे वास्तुकार सर हर्बर्ट बेकर (Herbert Baker) ने डिजाइन किया था.