राजौरी (Rajouri) केंद्र प्रशासित जम्मू और कश्मीर के जम्मू डिवीजन का एक जिला है. इसके पश्चिम में पीओके स्थित है. इसके उत्तर में पुंछ, पूर्व में रियासी और इसके दक्षिण में जम्मू जिला स्थित है. जिले में चार विधानसभा क्षेत्र हैं- नौशेरा, दरहाल, राजौरी और कालाकोट और 14 जिला विकास परिषद निर्वाचन क्षेत्र हैं. राजौरी जिला अनंतनाग-राजौरी लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत आता है. राजौरी जिले में 13 तहसीलें शामिल हैं.
2011 की जनगणना के अनुसार राजौरी जिले की जनसंख्या 642,415 है.
1947 में रियासत के भारत में विलय के समय राजौरी रियासी के साथ एक संयुक्त जिला था. दोनों तहसीलों को अलग कर दिया गया और राजौरी को पुंछ जिले में मिला दिया गया. 1968 में राजौरी फिर से रियासी के साथ एक अलग जिला बन गया. 2006 में दोनों को फिर से अलग कर दिया गया.
यहां की भूमि ज्यादातर उपजाऊ और पहाड़ी है. मक्का, गेहूं और चावल इस क्षेत्र की मुख्य फसलें हैं और सिंचाई का मुख्य स्रोत तवी नदी है जो पीर पंजाल के पहाड़ों से निकलती है.
राजौरी अपनी 'कलारी' (दूध से बनी सामग्री) के लिए प्रसिद्ध है.
रजौरी के कराइया में पाकिस्तान की ओर से ड्रोन दिखने के बाद भारी गोलाबारी हुई, जिससे एक रिहायशी मकान तहस-नहस हो गया. घर के सदस्य दिलीप ने बताया, "अचानक से यहां गोलाबारी शुरू हो गई फिर हम अंधेरे में छुप गए. इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचा है.
जम्मू-कश्मीर के राजौरी में भारतीय सेना ने जिंदा बम को निष्क्रिय किया है. यह बम पाकिस्तान की ओर से छोड़ा गया था. एलओसी और आसपास के इलाकों में सेना ऐसे कई जिंदा बमों को निष्क्रिय करने के अभियान में जुटी हुई है. इन बमों को सावधानीपूर्वक डिफ्यूज किया जा रहा है ताकि किसी भी तरह का नुकसान ना हो.
राजौरी में संघर्षविराम की घोषणा के बाद एक नया दिन आया है. धमाके से हुए नुकसान के बावजूद, लोग अपनी दुकानें फिर से खोल रहे हैं और सामान्य जीवन की ओर लौट रहे हैं. एक स्थानीय निवासी के अनुसार, 'ये अच्छी बात है जो दोनों मुल्कों के बीच आपस में वायदा हुआ है.
सीमा से लगे इलाकों में पाकिस्तान की ओर से रातभर हमला किया गया. जम्मू और कश्मीर के राजौरी के करैया गांव में पाकिस्तानी गोलाबारी से कुल 11 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं. इसमें एक बुजुर्ग चुन्नीलाल का घर पूरी तरह तबाह हो गया है और चुन्नीलाल ने बताया, खाना खाने लगे थे और अफरा-तफारी शुरू हो गई और हम जान बचा के भागे. देखिए रिपोर्ट.
जम्मू-कश्मीर के राजौरी और पुंछ में एलओसी के पास तेज धमाके हुए हैं, जिनकी आवाजें रात भर सुनी गईं और कुछ क्षेत्रों में आर्टिलरी फायरिंग की भी सूचना है. पाकिस्तान में भी कई जगहों पर धमाकों की खबरें हैं और कई इलाकों में एहतियातन ब्लैकआउट किया गया.
राजौरी के चुन्नी लाल ने बताया कि गोलाबारी शुरू होने से कुछ सेकंड पहले ही वे अपने परिवार के साथ घर से निकल पाए. घर में तैयार भोजन भी मलबे में दब गया और परिवार भूखा-प्यासा आश्रय की तलाश में भटकने को मजबूर है.
पाकिस्तान संग तनाव के बीच 9 मई की सुबह राजौरी और पुंछ में धमाकों की आवाज सुनी गई है..इन धमाकों की ख़बर के बाद एलओसी पर हाई अलर्ट है..इससे पहले 8 मई की रात पाकिस्तान ने नापाक हरकत करते हुए रातभर फायरिंग की थी..सीमा पार से की गई इस फायरिंग में उरी में एक महिला की जान चली गई है
जम्मू एयर स्ट्रिप, श्रीनगर और जैसलमेर एयरपोर्ट, पठानकोट एयरबेस को पाकिस्तान ने मिसाइलों और ड्रोन अटैक के जरिए निशाना बनाने की कोशिश की जिसे भारत के एयर डिफेंस सिस्टम ने नाकाम कर दिया. इस बीच जम्मू-कश्मीर, पंजाब और राजस्थान में सीमा पर भारत और पाकिस्तान की सेनाओं की ओर से गोलीबारी जारी है.
भारतीय सेना ने पहलगाम के आतंकी हमले का करारा जवाब देते हुए ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से आतंकियों का सफाया कर दिया है. इस ऑपरेशन से बौखलाकर पाकिस्तान ने भारत की ओर गोलीबारी शुरू कर दी. राजौरी में इस गोलाबारी के कारण कई घरों को भारी नुकसान पहुंचा है. देखिए रिपोर्ट.
पहलगाम में आतंकी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर के कई इलाकों, खासकर पुंछ और राजौरी में, सेना और पुलिस का बड़ा संयुक्त ऑपरेशन जारी है, जिसमें अत्याधुनिक उपकरणों का इस्तेमाल हो रहा है. उरी में दो घुसपैठिए मारे गए और कुलगाम में भी मुठभेड़ चल रही है.
जिला प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि राजौरी तहसील के हारून रशीद के स्वामित्व वाली आवासीय और व्यावसायिक इमारतों और एक कार को नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट (एनडीपीएस), 1985 की धाराओं के तहत जब्त कर लिया गया है.
शुरुआती रिपोर्ट्स के मुताबिक, आतंकियों ने जम्मू कश्मीर के राजौरी में सेना के वाहन पर एक से दो राउंड फायरिंग की. हमले के समय सेना का वाहन गश्ती कर रहा था.
पीओके के झेलम में कल रात आठ बजे अबु कताल की कल रात हत्या कर दी गई. अज्ञात हमलावरों ने अबु कताल पर ताबड़तोड़ फायरिंग की, जिसमें उसकी मौत हो गई. वह पीओके में बैठकर जम्मू कश्मीर में लगातार हमले करवा रहा था.
जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में आतंकवादियों ने सेना की गाड़ी पर हमला किया. ये घटना सुंदरबनी इलाके में हुई है. आतंकियों ने सेना के वाहन पर फायरिंग की. इस हमले की पुष्टि होते ही सुरक्षा बलों ने पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है. स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियां मामले की जांच में जुटी है.
जम्मू-कश्मीर के राजौरी में एक सड़क हादसे में 2 लोगों की मौत हो गई. जबकि एक अन्य व्यक्ति घायल हो गया. घायल को इलाज के लिए एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
जम्मू-कश्मीर के राजौरी में 17 लोगों की मौत के बाद हड़कंप मचा हुआ है. एहतियात बरतते हुए जम्मू-कश्मीर की सरकार ने राजौरी संभाग के सुदूर बधाल गांव को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया है. पूरे गांव की कड़ी निगरानी की जा रही है. अब तक माना जा रहा था कि इतने लोगों की जान जाने की वजह कोई रहस्यमयी बीमारी है. लेकिन अब केंद्रीय मंत्री ने इस दावे को लेकर एक बड़ी जानकारी दी है.
जम्मू-कश्मीर के एक गांव में रहस्यमयी बीमारी तेजी से फैल रही है. इस बीमारी की चपेट में आने से अब तक 17 लोगों की मौत हो चुकी है. हाल ही में जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने गांव का दौरा किया था, जिसके बाद अब गांव को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया है.
जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के बदहाल गांव में एक महीने के भीतर 17 लोगों की रहस्यमयी मौत से हड़कंप मच गया है. प्रारंभिक जांच में गांव की बावड़ी के पानी में कीटनाशक मिलने का दावा किया गया है. जल विभाग ने बावड़ी को सील कर दिया है. मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने प्रभावित गांव का दौरा किया और स्थिति का जायजा लिया.
जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के बदहाल गांव में एक महीने के अंदर 17 लोगों की रहस्यमयी मौतों से हड़कंप मच गया है. मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने गांव का दौरा किया. एनसीडीसी और आईसीएमआर की टीमें जांच में जुटी हैं. एक बावड़ी के पानी में कीटनाशक मिलने का दावा किया गया है. जल विभाग ने बावड़ी को सील कर दिया है. पुलिस ने एसआईटी गठित की है. स्थानीय लोगों का मानना है कि यह टारगेट किलिंग हो सकती है. प्रशासन हर पहलू की जांच कर रहा है.
जम्मू के राजौरी जिले के बधाल गांव में एक महीने के अंदर 17 रहस्यमयी मौतों के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने उच्च स्तरीय जांच टीम भेजी है. टीम में स्वास्थ्य, कृषि, रसायन और जल संसाधन मंत्रालय के विशेषज्ञ शामिल हैं. मौतों का कारण जानने और आगे की रोकथाम के उपाय सुझाने का काम इस टीम को सौंपा गया है. VIDEO
जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के बुढ़ल गांव में पिछले महीने से फैली एक रहस्यमय बीमारी ने स्थानीय लोगों में दहशत फैला दी है. दिसंबर 2024 से अब तक इस बीमारी के चलते 17 लोगों की मौत हो चुकी है. अधिक जानने के लिए देखें Video.