राजेंद्र पारीक (Rajendra Pareek) 9वीं, 10वीं, 11वीं, 13वीं और 15वीं राजस्थान विधानसभा के सदस्य रहे हैं. वह कांग्रेस (Congress) पार्टी के नेता हैं. 1990 में सीकर निर्वाचन क्षेत्र (Sikar Constituency, Rajasthan) से राजस्थान विधानसभा के लिए अपना पहला चुनाव जीता. उससे पहले वह सीकर जिला कांग्रेस कमेटी (1984-1990) के महासचिव थे. वह उस चुनाव के बाद अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य बन गए और वह 1993 और 1998 के चुनावों में फिर से सीकर सीट जीती.
2004 में उन्हें राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव के रूप में नामित किया गया. 2008 के चुनावों में, उन्होंने फिर से सीकर से जीत हासिल की. 2003 और 2013 के चुनावों में वह भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों से हार गए.
पारीक को 28 फरवरी 2009 को उद्योग, सार्वजनिक उपक्रम, अर्थशास्त्र और सांख्यिकी, उत्पाद शुल्क, एनआरआई मंत्री नियुक्त किया गया था. उन्हें नवंबर 2011 में खान और पेट्रोलियम का अतिरिक्त प्रभार दिया गया. साथ ही वह थोड़े समय के लिए जल संसाधन मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभारी भी रहे (Rajendra Pareek Political Career).
राजेंद्र पारीक का जन्म 5 फरवरी 1948 को राजस्थान के सीकर में हुआ था. उन्होंने 1972 में राजस्थान विश्वविद्यालय से बी.कॉम की डिग्री के साथ स्नातक की उपाधि प्राप्त की. पारीक की शादी वीना पारीक से हुई है और उनके दो बच्चे हैं (Rajendra Pareek Family).
राजनीति में प्रवेश करने से पहले, पारीक ने कोलकाता में बी.के. बिड़ला समूह के लिए काम किया. जुलाई 1976 में उन्होंने कोलकाता छोड़ दिया और 1978 में उन्होंने सीकर में ऊनी कालीन निर्माण व्यवसाय शुरू किया. वह व्यवसाय 1992 में बंद हो गया.