हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के सिरमौर जिले में स्थित पांवटा साहिब (Paonta Sahib) न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि प्राकृतिक सुंदरता और ऐतिहासिक धरोहरों से भी भरपूर है. यमुना नदी के किनारे बसा यह नगर सिखों के लिए अत्यंत पवित्र स्थल है क्योंकि यहां दसवें सिख गुरु, गुरु गोबिंद सिंह जी ने अपने जीवन के कुछ महत्वपूर्ण वर्ष बिताए थे.
पांवटा साहिब का नाम गुरु गोबिंद सिंह जी से जुड़ा हुआ है. कहा जाता है कि जब वे यहां आए तो उन्होंने अपने घोड़े से “पांव टेका” (पांव रखा), तभी से इस स्थान का नाम पांवटा पड़ा. यहीं रहते हुए उन्होंने कई ग्रंथों की रचना की और वीरता का संदेश दिया.
गुरुद्वारा पांवटा साहिब सिखों का प्रमुख तीर्थ स्थल है जहां देश-विदेश से श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं. यहां गुरु गोबिंद सिंह जी की स्मृतियों को सहेज कर रखा गया है.
यमुना नदी की स्वच्छ धारा और आसपास की हरियाली इस जगह को बेहद खूबसूरत बनाती है. पहाड़ों से घिरा पांवटा साहिब प्रकृति प्रेमियों और ट्रेकिंग करने वालों के लिए भी आकर्षण का केंद्र है.
पांवटा साहिब में आपको हिमाचली और पंजाबी संस्कृति का सुंदर मेल देखने को मिलता है. यहां के मेले, लोकगीत और पारंपरिक व्यंजन पर्यटकों को खास अनुभव देते हैं.