अहमद मुर्तजा अब्बासी (Ahmed Murtaza Abbasi) ने 3 अप्रैल 2022 को उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में स्थित गोरखनाथ मंदिर (Gorakhnath Temple Attack) पर हमला किया था. हमला करते हुए उसकी वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो गया. वीडियो में वह सुरक्षा गार्डों को धारदार हथियार से पीछा करते हुए दिखाया गया था (Murtaza Abbasi Convicted).
खबरों के मुताबिक मुर्तजा 'अल्लाहु अकबर' का नारा लगाने के बाद मंदिर में घुसने की कोशिश कर रहा था. पुलिस अधिकारियों द्वारा तलाशी के दौरान उसने पीएसी कर्मचारियों के हथियार छीनने की भी कोशिश की. इस मामले की आगे जांच करने के लिए यूपी एसटीएफ की एक विशेष टीम को आदेश दिया गया. NIA कोर्ट ने सजा का ऐलान करते हुए मुर्तजा को फांसी की सजा सुनाई है. मुर्तजा पर UAPA के तहत मामला दर्ज हुआ था और इसे आतंकी माना गया था (Murtaza Abbasi Death sentence).
अहमद मुर्तजा अब्बासी गोरखपुर के सिविल लाइंस का रहने वाला है. उसने 2015 में मुंबई के केमिकल इंजीनियरिंग में डिग्री के साथ भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान से स्नातक किया. उसके बाद, उसने रिलायंस इंडस्ट्रीज और एस्सार पेट्रोकेमिकल्स में एक कॉर्पोरेट पेशेवर के रूप में काम किया (Murtaza Abbasi Education and Job).
इस मामले में आरोपी मुर्तजा के पिता ने बताया था कि उनका बेटा मानसिक रूप से बीमार है. वो स्टेबल नहीं है और अकेला नहीं रह सकता है. मुर्तजा के पिता के मुताबिक वह बचपन से ही बीमार था, जिसको वो नहीं समझ पाए. लेकिन 2018 में आते-आते इस बीमारी ने भयानक रूप ले लिया. पिता के मुताबिक नौकरी के दौरान भी मुर्तजा 2-2 महीने बिना सूचना के कमरे में ही पड़ा रहता था. स्वास्थ्य में गड़बड़ी के कारण वह अपनी पत्नी से अलग हो गया था. उसका इलाज जामनगर अहमदाबाद में चल रहा है (Murtaza Abbasi Mental Health Problem).