जया वर्मा सिन्हा (Jaya Verma Sinha) को रेलवे बोर्ड की पहली महिला अध्यक्ष नियुक्त किया गया है (First Woman Chairperson of Railway Board). सिन्हा 118 साल पुराने इतिहास में बोर्ड की प्रमुख बनने वाली पहली महिला हैं. रेलवे बोर्ड 1905 में अस्तित्व में आया था. उनका कार्यकाल 31 अगस्त 2024 तक रहेगा.
जया वर्मा सिन्हा 1 सितंबर या उसके बाद पदभार संभालेंगी और इससे पहले वह संचालन और व्यवसाय विकास की सदस्य थीं. वह दुखद बालासोर दुर्घटना के बाद की स्थिति को संभालने में सबसे आगे रही, जिसमें 291 लोग मारे गए थे.
सिन्हा पहले 1 अक्टूबर को सेवानिवृत्त होने वाली थीं, लेकिन उनका कार्यकाल समाप्त होने तक उन्हें उसी दिन फिर से नियुक्त किया जाएगा. वह अनिल कुमार लाहोटी की जगह लेंगी.
वह इलाहाबाद विश्वविद्यालय की पूर्व छात्रा हैं. 1988 में भारतीय रेलवे यातायात सेवा में शामिल हुईं और उत्तर रेलवे, दक्षिण पूर्व रेलवे और पूर्वी रेलवे में काम किया. उन्होंने सेंटर फॉर रेलवे इलेक्ट्रिफिकेशन (CORE) में भी काम किया है (Jaya Verma Sinha Education and Career).
जया वर्मा सिन्हा चार वर्षों तक बांग्लादेश के ढाका स्थित भारतीय उच्चायोग में रेलवे सलाहकार के रूप में भी काम किया है. बांग्लादेश में उनके कार्यकाल के दौरान कोलकाता से ढाका तक मैत्री एक्सप्रेस का उद्घाटन किया गया था. उन्होंने पूर्वी रेलवे, सियालदह डिवीजन के मंडल रेल प्रबंधक के रूप में भी काम किया है.