गोमुख
गोमुख (Gomukh or Gaumukh) गंगोत्री (Gangotri Glacier) ग्लेशियर का अंतिम किनारा और भागीरथी नदी का स्रोत (Source of the Bhagirathi River) है, जो गंगा नदी की प्रधान स्रोतधारा (Primary Headstreams of the Ganga River) है. यह स्थान भारत के उत्तराखंड (Uttarakhand) राज्य के उत्तरकाशी (Uttarkashi) जिले में 13,200 फीट की ऊंचाई पर स्थित है. यह गंगोत्री से लगभग 18 किलोमीटर दूर है. इस पवित्र हिंदू तीर्थ स्थल तक ट्रेकिंग करके पहुंचा जा सकता है.
पुराणों में गोमुख का कई जगह उल्लेख मिलता है. कहा जाता है कि खोई हुई भेड़ की तलाश में एक लड़का गंगोत्री में एक हिमनद के पास पहुंचा, जिसका थूथन बिल्कुल गाय के चेहरे जैसा दिखता था, और इस तरह इसका नाम 'गोमुख' पड़ा. तब से कई पवित्र साधु और संत वहां पूजा करने के लिए गए.
1972 में, मॉरीशस के तत्कालीन प्रधानमंत्री (Prime... और पढ़ें
एसडीआरएफ ने बताया कि सोमवार रात इन सभी ट्रैकर्स का रेस्क्यू किया गया. ट्रैकर की टीम गोमुख ट्रेक पर सोमवार को देवगड़ में भूस्खलन के बाद जाम हुई सड़क के चलते फंस गई थी. घटना की जानकारी गंगोत्री पुलिस के पास आई. इसके बाद एसडीआरएफ की टीम मौके के लिए रवाना हुई और यहां पहुंचकर टीम ने बारिश और कठिन रास्ते के बावजूद ट्रैकर्स का रेस्क्यू किया.
विश्व जनसंख्या दिवस के मौके पर हमें यह बात गांठ बांध लेनी चाहिए कि अनियंत्रित बढ़ती आबादी के लिए आने वाले वक्त में पीने का पानी तक उपलब्ध नहीं होगा. हमारी नदियों पर पहले से काफी भार है, और आने वाले वक्त में पानी की मांग में सिंचाई के लिए 80 फीसदी बढोतरी होगी जबकि औद्योगिक कामों के लिए पानी की मांग चौगुनी बढ़ जाएगी. अपने ब्लॉग नदीसूत्र में बता रहे हैं मंजीत ठाकुर
गंगा को बचाने के लिए गोमुख से गंगा सागर के सफर पर निकला है आज तक. गोमुख में गंगा के हाल को बयां करती संवाददाता श्वेता सिंह की खास रिपोर्ट
हिमालय से हिंद महासागर तक जीवन देने वाली गंगा अपने ही धाम में कैद हो गई है. गंगा की धारा उस गोमुख से भी दूर हो गई है, जहां से गंगा धरती पर प्रकट होती है. ग्लेशियर टूटने से गंगा की धारा अब गोमुख की बजाय नंदनवन के रास्ते आ रही है. इस सवाल का जवाब किसी के पास नहीं है कि अगर गोमुख में गंगा का द्वार नहीं खुला, तो कैसे बचेगी गंगा.
करोड़ों लोगो के लिए जीवनदायिनी गंगा पर एक नया कुदरती संकट खड़ा हो गया है. गंगा की धारा जिस गंगोत्री के गोमुख से निकलती है, वो बंद हो गया है. हालांकि पानी की धारा अविरल गंगा में आ रही है लेकिन इस घटना ने जानकारों को भी हैरत में डाल दिया है.