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जनरल राहुल सिंह

जनरल राहुल सिंह

जनरल राहुल सिंह

लेफ्टिनेंट जनरल राहुल सिंह (General Rahul Singh) उप सेना प्रमुख (क्षमता विकास एवं संधारण) हैं. उन्होंने  ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor को लेकर कहा कि उस दौरान भारत सिर्फ पाकिस्तान से ही नहीं बल्कि चीन से के साथ भी भी कहीं न कहीं संघर्ष कर रहा था. पूरे अभियान के दौरान हमारे पास एक सीमा थी और दो विरोधी थे, वास्तव में तीन. साथ ही ये भी कहा कि पाकिस्तान मोर्चे पर था और चीन हर संभव सहायता प्रदान कर रहा था.

जनरल राहुल सिंह भारतीय सेना के उन प्रतिष्ठित सैन्य अधिकारियों में से एक हैं जिन्होंने अपनी असाधारण नेतृत्व क्षमता, राष्ट्रभक्ति और रणनीतिक दूरदर्शिता के लिए देशभर में सम्मान अर्जित किया है.

जनरल राहुल सिंह का जन्म एक सैन्य परिवार में हुआ था. उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा देश के प्रतिष्ठित सैनिक स्कूल से प्राप्त की और बाद में राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) से प्रशिक्षण लिया. इसके पश्चात वे भारतीय सैन्य अकादमी (IMA), देहरादून से पास आउट हुए, जहां उन्हें 'स्वॉर्ड ऑफ ऑनर' से सम्मानित किया गया, जो सर्वश्रेष्ठ कैडेट को दिया जाता है.

जनरल सिंह ने भारतीय सेना में एक युवा लेफ्टिनेंट के रूप में सेवा शुरू की. शुरुआत से ही उनकी नेतृत्व क्षमता, अनुशासन और निर्णय लेने की शक्ति ने उन्हें अन्य अधिकारियों से अलग बनाया. उन्होंने कई महत्वपूर्ण सीमावर्ती और आतंकवाद-प्रभावित क्षेत्रों में सेवा की, जिनमें कश्मीर, उत्तर-पूर्व और सियाचिन ग्लेशियर जैसे कठिन इलाके शामिल हैं.

उनकी रणनीतिक समझ का सबसे बड़ा उदाहरण ऑपरेशन विजय (कारगिल युद्ध 1999) और ऑपरेशन पराक्रम के दौरान सामने आया. जनरल सिंह ने अग्रिम मोर्चों पर रहकर न केवल सैनिकों का नेतृत्व किया, बल्कि दुश्मन के खिलाफ सटीक रणनीति के तहत कई विजय हासिल कीं. 

अपने शानदार सेवाकाल के दौरान जनरल राहुल सिंह ने ब्रिगेडियर, मेजर जनरल, लेफ्टिनेंट जनरल जैसे उच्च पदों पर कार्य किया. अंततः वे भारतीय सेना के सेना प्रमुख (Chief of Army Staff) के पद पर आसीन हुए. उनके कार्यकाल में सेना ने कई आधुनिकरण योजनाएं शुरू कीं, जिनमें स्वदेशी हथियार निर्माण, साइबर सुरक्षा, और संयुक्त कमांड स्ट्रक्चर शामिल हैं.

जनरल सिंह को उनके वीरता और नेतृत्व के लिए कई राष्ट्रीय पुरस्कारों से नवाजा गया है, जिनमें परम विशिष्ट सेवा मेडल (PVSM), अति विशिष्ट सेवा मेडल (AVSM), युद्ध सेवा मेडल और सेना मेडल  शामिल हैं.

 

 

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