गरबेटा (Garbeta) पश्चिम बंगाल के पश्चिम मेदिनीपुर जिले में स्थित एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध नगर है. यह क्षेत्र अपने प्राकृतिक सौंदर्य, धार्मिक स्थलों और स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़े इतिहास के लिए जाना जाता है.
गरबेटा का ऐतिहासिक महत्व स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ा हुआ है. वर्ष 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान यहां अंग्रेजों द्वारा किए गए दमन की घटनाएं इतिहास के पन्नों में दर्ज हैं. गरबेटा गोलीकांड ने इस क्षेत्र को स्वतंत्रता संघर्ष का एक अहम केंद्र बना दिया.
यह इलाका धार्मिक दृष्टि से भी खास है. गरबेटा के पास स्थित खड़गेश्वरी मंदिर श्रद्धालुओं के बीच अत्यंत लोकप्रिय है. इसके अलावा शिलाबती नदी गरबेता के प्राकृतिक सौंदर्य को और बढ़ाती है. नदी के किनारे बसे गांव और हरियाली इस क्षेत्र को शांत और मनोहारी बनाते हैं. गरबेटा की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से कृषि पर आधारित है. धान, सब्जियां और तिलहन यहां की प्रमुख फसलें हैं.
सांस्कृतिक रूप से गरबेता बंगाली परंपराओं से जुड़ा हुआ है. दुर्गा पूजा, काली पूजा और स्थानीय मेलों में यहां की सांस्कृतिक झलक देखने को मिलती है. सरल जीवनशैली और सामुदायिक सौहार्द गरबेटा की पहचान है.