छतना (Chhatna) पश्चिम बंगाल के बांकुड़ा जिले में स्थित एक कस्बा है. यह क्षेत्र अपनी ऐतिहासिक विरासत, प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक पहचान के लिए जाना जाता है. छतना बांकुड़ा शहर से लगभग 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और सड़क मार्ग से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है.
छतना का इतिहास प्राचीन काल से जुड़ा माना जाता है. यहां के आसपास के इलाकों में प्राचीन मंदिर, पत्थर की मूर्तियां और पुरातात्विक अवशेष मिलते हैं, जो इस क्षेत्र की समृद्ध ऐतिहासिक पृष्ठभूमि को दर्शाते हैं. यह इलाका कभी मल्ल राजाओं के शासन क्षेत्र का हिस्सा रहा है, जिनकी कला और स्थापत्य का प्रभाव आज भी आसपास के मंदिरों में देखा जा सकता है.
सांस्कृतिक दृष्टि से छतना बेहद समृद्ध है. यहां के लोग पारंपरिक बंगाली त्योहार जैसे दुर्गा पूजा, काली पूजा, सरस्वती पूजा और पौष मेला बड़े उत्साह से मनाते हैं. लोकनृत्य, लोकगीत और पारंपरिक हस्तशिल्प यहां की पहचान हैं. विशेष रूप से बांकुड़ा जिले की प्रसिद्ध टेराकोटा कला का प्रभाव छतना क्षेत्र में भी देखने को मिलता है.
छतना की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से कृषि पर आधारित है. यहां के किसान धान, गेहूं, सरसों और सब्जियों की खेती करते हैं. हाल के वर्षों में छोटे व्यवसाय, स्थानीय बाजार और स्वरोजगार के अवसर भी बढ़े हैं, जिससे क्षेत्र की आर्थिक स्थिति में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है.