कुत्ते भेड़ियों के वंशज हैं. शिकार और हमला करना इनके जीन्स में है. जंगलों में रहने वाले शिकारी जीवों में कुत्ते पहले थे, जिन्हें इंसानों ने पालतू बनाया. इन्हें करीब 15 हजार साल पहले शिकारियों ने पालतू बनाया था. ताकि खेती-बाड़ी में ये मदद कर सकें. खैर.. ये बात तो पुरानी हो गई. तब से लेकर अब तक कई प्रजातियों के कुत्ते अलग-अलग कामों के लिए पाले जा रहे हैं. द अमेरिकन केनल क्लब के मुताबिक दुनिया में कुत्तों के 199 ब्रीड्स रिकगनाइज्ड हैं. वहीं, 80 के करीब ब्रीड्स को इस सूची में शामिल किया जा सकता है.
इन कुत्तों की बिरादरी में 9 ब्रीड्स ऐसी हैं जो बेहद खतरनाक मानी जाती हैं. पूरी दुनिया में इनका उपयोग सिर्फ शिकार, हमला और बचाव कार्यों के लिए किया जाता है. इनमें सबसे पहले नंबर पर आता है- पिटबुल यानी अमेरिकन पिटबुल टैरियर. आगे की सूची में हैं - रॉटवीलर, जर्मन शेफर्ड, डॉबरमैन पिंशर, बुल मैस्टिफ, ग्रेट डेन, बॉक्सर, मैस्टिफ और ब्लैक रसियन टैरियर. इन कुत्तों की खासियत और खराबी यही है कि ये हमलावर है.
जरूरी नहीं कि ये बड़े और खतरनाक ब्रीड के कुत्ते ही आपको काटे. या आप पर हमला करे. छोटे-छोटे पामरेयिन या वैसी ब्रीड के कुत्ते भी हमला कर सकते हैं. किसी भी कुत्ते के हिंसक व्यवहार का पता नहीं लगाया जा सकता. इस बात का खुलासा जेनेटिक स्टडी में भी हो चुका है. कुत्ता चाहे किसी भी ब्रीड का क्यों न हो. वह कब आपको प्यार करते करते काट ले. कब शांति से बैठे-बैठे हमला कर दे. इसका अंदाजा कोई नहीं लगा सकता. न उसका मालिक. न ही कोई प्रशिक्षित व्यक्ति.
शांत दिख रहा कुत्ता भी कर सकता है हमला
हमारे लिए जरूरी है ये समझना कि कुत्तों के व्यवहार में कब बदलाव आ सकता है? ये बातें आपको उसका हमला रोकने में मदद कर सकती हैं. या फिर समय रहते बचाव करने में. कुत्ते कभी-कभी बिना गुस्से के भी हमला करते हैं. क्योंकि उन्हें लगता है कि सामने वाला खतरा बन सकता है. कुत्तों के हमले से बचने का सबसे आसान तरीका है खुद की सुरक्षा करें. कुत्तों से दूरी बनाकर रखना चाहिए. चाहे वह पालतू हो या फिर सड़क पर घूमने वाला. इनके बावजूद जरूरी है कुछ बातें जिनसे पता चलता है कि कुत्ते हमला कर सकते हैं.
अगर कोई कुत्ता चुपचाप है. इसका मतलब ये नहीं कि वो हमला नहीं करेगा. अक्सर पालतू कुत्ते चुपचाप ही नाराज हो रहे होते हैं. अगर कुत्ता अपने पंजे या सिर से आपके शरीर के किसी हिस्से में हल्का सा हिट करे तो समझ जाना चाहिए कि आपका डॉगी गुस्से में है. तुरंत उसे पुचकारें. उसके पसंद की खाने-पीने की चीज दें. या फिर उसे किसी शांत जगह पर ले जाकर बांध दें. ताकि वह थोड़ी देर में खुद-ब-खुद शांत हो जाए.
लगातार घूर रहा है कुत्ता तो सावधान रहना चाहिए
अगर आपका कुत्ता लगातार आपको या किसी को भी घूर रहा हो. वह भी बिना कुछ बोले या भौंके. बिना किसी हरकत के. तो आपको संभल जाना चाहिए. न तो वह इस समय किसी का बात सुनता है न समझ सकता है. क्योंकि वह किसी बात से बेइंतहा खफा है. ऐसे में आपको संभल जाना चाहिए. तुरंत उसे शांत करने का प्रयास करना चाहिए. कुछ खाने को देना चाहिए. उसकी पसंद का. अगर कुत्ता लगातार अपनी आंखें चारों तरफ घुमाए तो समझ लीजिए उसे कुछ खाने का मन है. पर आप उसकी बात समझ नहीं रहे हैं. खाना मिलते ही आंखें घुमाना बंद कर देगा. नहीं मिला तो हमला कर सकता है.
मॉर्निंग वॉक, ईवनिंग वॉक या फिर जब भी आप अपने कुत्ते को घुमाने के लिए बाहर ले जा रहे हैं. तब अगर वह आपसे दूर जाने का प्रयास करे तो आपको संभल जाना चाहिए. वह किसी पर या आप पर हमला कर सकता है. इसलिए अपने कुत्ते के साथ आपको एक तय दूरी बनाकर रखनी चाहिए. कुत्ते को उसकी किसी हरकत के लिए बहुत ज्यादा डांटना नहीं चाहिए. कई बार कुत्ते इन बातों का बुरा मान जाते हैं. उस समय तो शांत हो जाते हैं. लेकिन बाद में हमला कर सकते हैं.
छिप रहा है, डरा है तो भी खतरा है कुत्ते से
अगर कुत्ता बार-बार अपने होठों को चाट रहा हो या फिर बार-बार जम्हाई ले रहा हो तो इसका मतलब ये है कि वह बेचैन है. या फिर किसी बात पर गुस्सा है. ऐसे में उसे शांत करने के लिए जो भी कर सकते हों, वो कर डालिए. उससे बातें करिए. दुलार करिए. या फिर खाने-पीने का देकर उसे शांत जगह पर कुछ देर के लिए अकेला छोड़ दीजिए. आप घर जाते हैं और कुत्त आपके चारों तरफ तेजी से दौड़ता है, चाटता है. आपके ऊपर चढ़ने की कोशिश करता है. यानी वो आपसे अपना प्यार जता रहा है. अगर इसमें कमी दिखे तो संभलने की जरुरत है. वो ठीक नहीं है. आपको उसे ठीक करने की जरुरत है. ऐसे में उसके पास जाना ठीक नहीं होता. उसे दूर से ही पुचकारिए. नजदीक जाने पर खतरा हो सकता है.
अगर कुत्ता छिप रहा है यानी वो डरा है या फिर नाराज है. वजह आपको पता करनी चाहिए. उसे डॉक्टर के पास भी ले जा सकते हैं. आपका कुत्ता आपके ऊपर गुर्रा रहा है यानी आप खतरे में हैं. उससे दूर रहना ही ठीक होगा. कुत्ते की नस्ल यानी ब्रीड से यह अंदाजा नहीं लगाया जा सकता कि कुत्ते का व्यवहार कैसा होगा. क्योंकि ब्रीड के हिसाब से ही लोग यह धारणा बना लेते हैं कि कुत्ता हिंसक होगा, खतरनाक होगा या प्यारा होगा या आदेश मानने वाला होगा.
11 जेनेटिक स्पॉट्स मिले जो बताते हैं कुत्तों का व्यवहार
कुत्तों की नस्ल हमेशा से अपने अलग-अलग व्यवहारों के लिए जानी गई है. आप ब्रीड का नाम लेते ही बता देते हैं कि ये कुत्ता कैसा होगा. ये जरूरी नहीं कि कुत्ता वैसा ही व्यवहार करे जैसी कि धारणा उसके ब्रीड को लेकर बनी है. एक नई स्टडी में खुलासा हुआ है कि अब तक वैज्ञानिकों ने 2155 कुत्तों के जीनोम की स्टडी की. इसमें से 78 प्योर ब्रेड ब्रीड्स के थे. कुछ मिक्स ब्रीड के थे. वैज्ञानिकों ने कुत्तों के व्यवहार को समझने के लिए इनके जीन्स का अध्ययन किया था. लंबी स्टडी, सर्वे और विश्लेषण के बाद 11 ऐसे जेनेटिक स्पॉट्स मिले, जो सीधे तौर पर कुत्तों के व्यवहार से जुड़े हैं.
ये 11 जेनेटिक स्पॉट्स बताते हैं कि आपका कुत्ता आपकी बात कितनी मानता है. लेकिन हर कुत्ते और ब्रीड में यह 11 जेनेटिक स्पॉट्स अलग-अलग थे. यहां तक कि एक ही ब्रीड के कुत्तों के अंदर इन 11 स्पॉट्स में बदलाव देखा गया. यानी जरूरी नहीं कि हर पिटबुल खतरनाक ही हो. या हर गोल्डेन रिट्रीवर गुस्सा ही न करता हो. किसी कुत्ते की नस्ल उसके व्यवहार को सिर्फ 9% ही बता सकती है. लेकिन यह प्रतिशत अलग-अलग कुत्तों में अलग-अलग होता है.
किसी भी कुत्ते का व्यवहार उसके एक से दो सदी पुराने पूर्वजों के हैं
असल में किसी कुत्ते के व्यवहार का सही अंदाजा उसकी उम्र और लिंग से पता चलता है. यूनिवर्सिटी ऑफ मैसाच्युसेट्स में कंपेरेटिव जिनोमिक्स की शोधार्थी एलिनॉर कार्लसन ने कहा कि हमें लगता है कि कुत्ते तो भेड़ियों से जंगली कुत्ते और फिर पालतू कुत्ते में बदल गए. लेकिन उनका व्यवहार ज्यादा नहीं बदला. एलिनॉर कहती हैं कि जो व्यवहार जीन्स की बदौलत आते हैं, वो टिके रहते हैं. लेकिन उनकी सक्रियता के बारे में अंदाजा लगाना मुश्किल है. इस बारे में कुत्ते की उम्र और लिंग सही अंदाजा लगाने में मदद करती है. अगर आप इस समय किसी कुत्ते के पपी को लेने जाएं तो पता चलेगा कि वह पिछली एक या दो सदी पुराने जेनेटिक ट्रेट्स लेकर आ रहे हैं.
किसी कुत्ते के पपी को लेने जाते समय लोगों के मन में तीन सवाल आते हैं. पहला क्या ये शिकारी कुत्ता है? दूसरा क्या से रखवाली कर पाएगा? तीसरा क्या ये सिर्फ खेलने-कूदने के काम आएगा? व्यवहार एक ऐसी प्रक्रिया है, जो छोटे-छोटे जीन्स से मिलकर बनता है. इसमें साथ देता है आसपास का पर्यावरण. जो व्यवहार को बदलता है. या उसे संवारता है. पहले की तरह इंसानों के जीवन में उतना खाली समय नहीं है कि वह कुत्तों को वक्त दे सके.