scorecardresearch
 

मोदी की 'गारंटी' से निशाने पर आए महुआ मोइत्रा-धीरज साहू, आगे और क्‍या होने वाला है?

भ्रष्टाचार के खिलाफ मोदी की गारंटी वाला प्रधानमंत्री का ट्वीट यह इशारा है कि भविष्य में कई और धीरज साहू और महुआ मोइत्रा जैसे बड़े नेताओं पर एक्शन हो सकता है. 2024 के इलेक्शन में पहली बार ऐसा होगा कि विपक्ष को भ्रष्टाचारी बताकर चुनाव लड़ा जाएगा.

Advertisement
X
टीएमसी की निष्कासित सांसद महुआ मोइत्रा और कांग्रेस के सांसद धीरज साहू जिनके यहां मिली अकूत दौलत
टीएमसी की निष्कासित सांसद महुआ मोइत्रा और कांग्रेस के सांसद धीरज साहू जिनके यहां मिली अकूत दौलत

भाजपा लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी दलों में व्‍याप्‍त भ्रष्टाचार को एक बड़े मुद्दे के रूप में जनता के सामने लाना अब करीब-करीब तय है. शुक्रवार को पहले कांग्रेस सांसद धीरज साहू जिनके घर करीब 200 करोड़ रुपये कैश मिला उनका अपने एक्स पोस्ट में जिक्र करके पीएम मोदी ने अपना संदेश दे दिया है.पीएम ने कहा है कि मोदी की गारंटी है सबको पाई पाई चुकाना होगा. दूसरी ओर टीएमसी की लोकसभा सभा सांसद महुआ मोइत्रा पर एक बिजनेसमैन से पैसे लेकर सवाल पूछने के आरोप में एक्शन ले लिया गया. कांग्रेस सांसद साहू पर बड़ी कार्रवाई से सरकार एक जमीन तैयार कर रही है कि देश में हुई सभी ईडी कार्रवाई न्यायसंगत हैं. मोदी सरकार इन दोनों घटनाओं को इस तरह प्रचारित करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ने वाली है कि विपक्ष आकंठ भ्रष्ठाचार में डूबा हुआ है.

कर्नाटक की हार और राजस्थान-छत्तीसगढ़ की जीत से मिल गया मंत्र

राजस्थान और छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकारों पर जबरदस्त भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे थे. राजस्थान में सरकारी नौकरियों की बोली लग रही थी. आरोपी अधिकारियों और मंत्रियों पर एक्शन नहीं हो रहा था. यही कारण रहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को ईडी ने चुनाव के दौरान ही पूछताछ के लिए तलब किया.इसी तरह महादेव ऐप के मामले में छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल को भी ईडी ने चुनाव के दौरान घेरा.एक बार तो ऐसा लग रहा था कि जनता इन नेताओं के उत्पीड़न से बीजेपी को सबक सिखाएगी पर हुआ उल्टा. जनता के बीच यह संदेश गया कि बीजेपी भ्रष्टाचार को लेकर सख्त है. शायद यही कारण रहा कि दोनों जगहों पर बीजेपी बड़े अंतर पर कांग्रेस को हराने में सफल हो सकी है. इसी तरह कर्नाटक में  बीजेपी की हार के पीछे कांग्रेस का 40 परसेंट कट कमीशन का नारा जनता को समझ में आ गया और बीजेपी को लेनी की देनी पड़ गई.  बीजेपी अब अच्छी तरह समझ गई है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान उसे 2024 के लोकसभा चुनावों में मंजिल तक पहुंचाएगी.

Advertisement

भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलेरेंस की नीति को और आक्रामक करेगी सरकार

 झारखंड से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज प्रसाद साहू और उनके करीबियों के ठिकानों से आयकर छापे में बरामद की गई रकम की गिनती 200 करोड़ से भी ज्यादा पहुंच गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इससे जुड़ी मीडिया में प्रकाशित एक खबर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा है, “देशवासी इन नोटों के ढेर को देखें और फिर इनके नेताओं के ईमानदारी के 'भाषणों' को सुनें... जनता से जो लूटा है, उसकी पाई-पाई लौटानी पड़ेगी, यह मोदी की गारंटी है.“ प्रधानमंत्री ने अपने इस पोस्ट में हंसी वाली इमोजी भी डाली है.आयकर विभाग सांसद धीरज साहू और उनके रिश्तेदारों-करीबियों के ठिकानों पर पिछले तीन दिनों से छापेमारी कर रहा है.बीजेपी अब उनके गिरफ्तारी की मांग कर रही है. कहा जा रहा है कि धीरज साहू ने अपने चुनावी हलफनामें में खुद पर कई करोड़ का कर्ज बताया था.

अपने ही सांसद धीरज साहू के साथ खड़ी नहीं हो पाई कांग्रेस

सरकार ने कांग्रेस को भ्रष्टाचार के मामले में ऐसा घेरा है कि आयकर विभाग की कार्रवाई का दंश झेल रहे पार्टी के सांसद धीरज प्रसाद साहू के पक्ष में किसी भी कांग्रेस नेता का बयान तक नहीं आया. लोकसभा में एक भ्रष्टाचार के मामले में फंसी महुआ मोइत्रा के पक्ष में तो पूरी पार्टी खड़ी नजर आई पर धीरज प्रसाद को तो नजरअंदाज ही कर दिया गया. पार्टी जानती है कि इसी तरह के लोगों के चलते ही ईडी और सीबीआई के छापों को आम जनता उत्पीड़न के बजाय सही कार्रवाई समझ रही है.

Advertisement

भ्रष्टाचार मिटाने के वादे से बनी थी पहली बार मोदी सरकार

2014 के पहले कांग्रेस की भ्रष्ट सरकार के खिलाफ जनमत तैयार करके ही केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए को सरकार बनाने का मौका मिला था. 2 जी घोटाले में मनमोहन सरकार बुरी तरह घिर चुकी थी. दूसरी ओर अन्ना आंदोलन के भ्रष्टाचार पर नियंत्रण के लिए लोकपाल विधेयक लाने के लिए आंदोलन चलाया. 2014 के चुनावों में बीजेपी और उसके पीएम कैंडिडेट नरेंद्र मोदी ने भ्रष्टाचार मिटाने का दावा किया.जनता ने भारी बहुमत से बीजेपी को जिताया और नरेंद्र मोदी ने देश के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली.

महुआ मोइत्रा को भी नहीं मिली कोई छूट

जोरदार हंगामे के बीच शुक्रवार को ही लोकसभा में महुआ मोइत्रा की संसद सदस्यता खत्म करने का प्रस्ताव पास हो गया. इसके साथ ही महुआ की संसद सदस्यता भी रद्द हो गई. मोइत्रा पर आरोप है कि हीरानंदानी की कंपनी को फायदा पहुंचाने के लिए उन्होंने टेलीकॉम, शिपिंग, पेट्रोलियम, रियल एस्टेट और पाइपलाइन  50  सवाल पूछे . जबकि अब तक उन्होंने कुल 61 सवाल पूछे थे. 47 बार दुबई से महुआ मोइत्रा का अकाउंट लॉगइन हुआ है. इसके अलावा 6 बार यूके, यूएस और नेपाल से लॉगइन करके सवाल अपलोड किए गए हैं. महुआ मोइत्रा ने खुद यह बात स्वीकार की है कि उन्होंने हीरानंदानी और उनकी कंपनी को आईडी पासवर्ड दिया था.जांच में भी यह सामने आया है कि एक ही दिन में महुआ का अकाउंट दिल्ली, दुबई, बैंगलुरु और यूएस में लॉगइन हुआ है.विपक्ष का आरोप था कि उन्हें संसद में अपनी सफाई देने का मौका मिलना चाहिए था.जिस पर सत्ता पक्ष के लोगों का कहना था कि इसके पहले सोमनाथ चटर्जी के समय कैश फॉर क्वैरी मामला सामना आया था तब भी सांसदों को अपनी सफाई का मौका नहीं दिया गया था.

Advertisement

बीजेपी ने बहुत प्लानिंग के तहत काम किया. महुआ पर विपक्ष के सवालों का जवाब देने के लिए बीजेपी के ही महिला सांसदों को लगाया. सरकार जानती थी कि मामला महिलाओ के उत्पीड़न का न हो जाए इसलिए महिलाओं से ही जवाब दिलवाया गया.बीजेपी की ओर जवाब देने सांसदों में हिना गावित और अपराजिता सारंगी ने मोर्चा संभाला हुआ था. 

---- समाप्त ----
Live TV

Advertisement
Advertisement