साहित्य आजतक का मंच कोलकाता के बाद शुक्रवार को लखनऊ आ पहुंचा. शनिवार को कार्यक्रम के दूसरे दिन 'मौजूदा दौर में दलित विमर्ष' में लेखक जयप्रकाश कर्दम, लेखक और प्रो रविकांत, लेखक और प्रोफेसर विवेक कुमार शामिल हुए. सभी ने मौजूदा दौर में दलित विमर्ष पर अपनी राय जाहिर की.