विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति के अभिभाषण के जरिए नरेंद्र मोदी सरकार पर कोई ठोस योजना पेश करने में विफल रहने का आरोप लगाया और कहा कि अभिभाषण लोगों को केवल सपने दिखाने वाला था और इसमें इन सपनों को पूरा करने के लिए कोई रोडमैप पेश नहीं किया गया है.
वरिष्ठ कांग्रेसी नेता तथा पूर्व केंद्रीय मंत्री एम वीरप्पा मोइली ने कहा कि बीजेपी की अगुवाई वाली सरकार का ध्यान प्रशासन, रोजगार सृजन तथा महंगाई पर काबू पाने वाले मुद्दों पर केंद्रित करने वाला नहीं है. 60 महीनों में देश को गौरवशाली बनाए जाने के सरकार के दावे पर सवाल खड़ा करते हुए मोइली ने कहा कि सरकार केवल लोगों की आकांक्षाओं को उभार’’ रही है लेकिन वह यह बताने में विफल रह रही है कि वह इन आकांक्षाओं को पूरा कैसे करेगी.
मोइली ने कहा कि वे प्रशासन और रोजगार सृजन तथा साथ ही महंगाई पर लगाम लगाने के मुद्दों पर विशेष रूप से केंद्रित नहीं हैं.