नेताजी सुभाषचंद्र बोस के बाद अब पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री की मौत से जुड़ी फाइल को भी सार्वजनिक करने की मांग उठ गई है. खुद लालबहादुर शास्त्री के बेटे अनिल शास्त्री ने दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके यह मांग उठाई है.
अनिल शास्त्री ने सीधे PM मोदी अपील की है कि वे लालबहादुर शास्त्री की संदेहास्पद परिस्थितियों में हुई मौत से जुड़ी फाइलों को सार्वजनिक करें. उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री की मौत की जांच के लिए एक कमेटी बनाए जाने की भी मांग की है.
गौरतलब है कि नेताजी सुभाषचंद्र बोस के जीवन से जुड़ी 64 फाइलों को पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी हाल ही में सार्वजनिक कर चुकी हैं. ममता ने मोदी सरकार से भी अपील की है कि वह केंद्र की हिफाजत में रखी गई नेताजी से जुड़ी फाइलों को सार्वजनिक करे.
ताशकंद में हुई थी मौत
11 जनवरी 1966 को ताशकंद में तत्कालीन प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री की मौत हुई. वे 1965 के युद्ध के बाद पाकिस्तान से वार्ता करने के लिए वहां गए हुए थे. उनकी मौत कैसे हुई, यह आज भी राज है. मेडिकल रिपोर्ट में कहा गया कि शास्त्रीजी की मौत हार्ट अटैक के चलते हुई. लेकिन उनकी पत्नी का आरोप था कि उन्हें जहर दिया गया था.
आज भी रहस्य है ये मामला
मौत के बाद लालबहादुर शास्त्री का शरीर नीला पड़ गया था. इससे इस बात को तूल मिला कि उनकी मौत दिल का दौरा पड़ने से नहीं, बल्कि जहर से ही हुई है. लालबहादुर शास्त्री की ड्यूटी पर तैनात बटलर को गिरफ्तार किया गया. लेकिन सबूत नहीं मिलने पर उसे रिहा कर दिया गया. बटलर के बयान पर भी कई सवाल खड़े हुए. प्रधानमंत्री कार्यालय में वह केस फाइल मौजूद है. लेकिन उसे सार्वजनिक नहीं किया गया है.