देशभर में जारी स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) प्रक्रिया के दौरान बूथ लेवल ऑफिसर्स (BLOs) की लगातार हो रही कथित आत्महत्याओं के बीच चुनाव आयोग का एक सोशल मीडिया वीडियो बड़े विवाद में बदल गया है. रविवार को ECI ने केरल में आयोजित "SIR जॉयाथन" का एक क्लिप साझा किया, जिसमें BLOs को संगीत पर डांस करते और जुम्बा सेशन में हिस्सा लेते हुए दिखाया गया. लेकिन यह वीडियो ऐसे समय सामने आया जब उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्य प्रदेश सहित कई राज्यों में BLOs के काम के दबाव में जान देने की खबरें आ रही थीं.
ताजा मामला सोमवार को यूपी के मुरादाबाद से आया, जहां एक BLO ने आत्महत्या कर ली. इसके बाद विपक्ष सहित कई संगठनों ने ECI को "संवेदनहीन" और "वास्तविक समस्याओं से दूर" बताया. कांग्रेस के राज्यसभा उपनेता प्रमोद तिवारी ने संसद में दावा किया कि SIR के दबाव में "20 से अधिक BLOs जान गंवा चुके हैं" और पूछा कि "आख़िर कितनी जिंदगियां इस प्रक्रिया की भेंट चढ़ेंगी?"
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विवादित वीडियो में ECI ने "एक छोटा ब्रेक, एक मजबूत टीम" का संदेश देते हुए बताया कि 50 मिनट काम और 10 मिनट मस्ती के फॉर्मेट के तहत कैम्प आयोजित किए गए, लेकिन सोशल मीडिया पर यूज़र्स ने तीखी प्रतिक्रिया दी, कहते हुए कि जब कर्मचारी आत्महत्या कर रहे हैं, उस समय ऐसा वीडियो पोस्ट करना "बेहद असंवेदनशील" है.
BLOs लगातार कर रहे शिकायत
कई सरकारी स्कूलों में तैनात BLOs ने शिकायत की है कि 1,000 से अधिक मतदाताओं का वेरिफिकेशन, कागजी कार्यवाही, ऐप एंट्री और रोज़ाना मॉनिटरिंग के कारण वे चरम मानसिक दबाव में काम कर रहे हैं. साथ ही, नियमित नौकरी और SIR की दोहरी जिम्मेदारी ने हालात और बिगाड़ दिए हैं.
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12 राज्यों में किया जा रहा एसआईआर
चुनाव आयोग के एक अधिकारी ने हाल ही में इसे "इकलौती घटनाएं" बताया था, लेकिन लगातार बढ़ती मौतें और शिकायतों ने माहौल तनावपूर्ण बना दिया है. इसी बीच, ECI ने 12 राज्यों में SIR की समयसीमा एक सप्ताह बढ़ा दी है.