कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने अपने हालिया बयान को लेकर उठे विवाद पर सफाई दी है. एक पॉडकास्ट के दौरान उन्होंने भगत सिंह की तुलना हमास से की थी. उन्होंने कहा कि उनका बयान गलत तरीके से पेश किया जा रहा है और उन्होंने किसी की तुलना किसी से नहीं की है.
'भगत सिंह हमारे सिर का ताज हैं'
इमरान मसूद ने कहा, 'किसी की तुलना किसी से नहीं की जा सकती. हर लड़ाई के अपने उद्देश्य होते हैं. भगत सिंह हमारे सिर का ताज हैं, उनकी तुलना किसी से नहीं की जा सकती.' उन्होंने आगे कहा कि हमास फिलिस्तीन में मारे गए लाखों बच्चों, महिलाओं, बुजुर्गों और नौजवानों के लिए लड़ रहा है.
कांग्रेस सांसद ने कहा, 'भारत सरकार ने भी फिलिस्तीन का यूनाइटेड नेशन में समर्थन किया है और वहां मदद पहुंचाई है. अगर हमास आतंकी संगठन है, तो भारत सरकार उसे आतंकी संगठनों की सूची में क्यों नहीं डालती?'
'ये शूरवीर होते तो पीओके हमारा होता'
इमरान मसूद ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा, 'ऑपरेशन सिंदूर तभी उपलब्धि माना जाता जब भारत का झंडा पीओके में फहराया जाता. इंदिरा गांधी ने बांग्लादेश बनाकर अपनी ताकत दिखा दी थी. मोदी सरकार ने पीओके वापस क्यों नहीं लिया? हम इन्हें शूरवीर तब मानते जब पीओके हमारा होता.'
'हर लड़ाई में कुर्सी मिलना जरूरी नहीं होता'
बिहार की सियासत में मुस्लिम वोट बैंक को लेकर शुरू हुई चर्चा पर भी इमरान मसूद ने टिप्पणी की. उन्होंने कहा, 'बीजेपी न तो मुसलमानों को टिकट देती है और न ही उन्हें कैबिनेट में शामिल करती है. हर लड़ाई में कुर्सी मिलना ही जरूरी नहीं होता.' बीजेपी ने कांग्रेस सांसद के हमास वाले बयान को लेकर कड़ा विरोध जताया है, जबकि कांग्रेस पार्टी ने अभी तक इस पर आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है.