
चिनार कॉर्प्स ने लांस हवलदार पलाश घोष और लांस नायक सुजय घोष की सर्वोच्च शहादत का सम्मान करते हुए एक बेहद दुखद खबर की पुष्टि की है. दोनों वीर जवान कोकरनाग के किश्तवाड़ रेंज में आतंकवाद विरोधी अभियान के दौरान शहीद हुए हैं.
यह घटना इस बात को दर्शाती है कि हमारे सुरक्षा बल किन डिफिकल्ट सिचुएशन में देश की सिक्योरिटी के लिए अपनी जान रिस्क में डालते हैं. कोकरनाग का किश्तवाड़ रेंज न केवल ज्योग्राफिकल तौर से चैलेंजिंग है बल्कि यहां मौसमी कठिनाइयां भी बेहद गंभीर होती हैं. चिनार कॉर्प्स ने स्पष्ट रूप से बताया है कि दोनों जवान 'एक्सट्रीम वेदर कंडीशन' से जूझते हुए आतंकवाद विरोधी अभियान में लगे हुए थे.
जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ और कोकरनाग का इलाका लंबे समय से आतंकवादी गतिविधियों का केंद्र रहा है. यहां सुरक्षा बलों को न केवल आतंकवादियों से निपटना पड़ता है बल्कि कठिन ज्योग्राफिकल कंडीशन और मौसम का भी सामना करना पड़ता है. पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी, कड़ाके की सर्दी और दुर्गम रास्ते सुरक्षा अभियानों को और भी कॉम्पलेक्स बना देते हैं.
वीरता की मिसाल
लांस हवलदार पलाश घोष और लांस नायक सुजय घोष की शहादत एक बार फिर साबित करती है कि हमारे जवान किसी भी हाल में देश की सुरक्षा से समझौता नहीं करते. चिनार कॉर्प्स का संदेश स्पष्ट है कि 'उनकी वीरता और डेडिकेशन हमेशा हमें प्रेरणा देता रहेगा.'
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LG मनोज सिन्हा ने श्रद्धांजलि अर्पित की
जम्मू-कश्मीर LG मनोज सिन्हा ने कुकर्नाग में शहीद हुए पलाश और सुजय घोष को श्रद्धांजलि अर्पित की.

परिवारों के साथ एकजुटता
सेना ने शहीद जवानों के परिवारों के साथ एकजुटता दिखाते हुए उनकी देखभाल का भरोसा दिलाया है. यह दिखाता है कि सुरक्षा बल न केवल राष्ट्र की सुरक्षा बल्कि अपने शहीद साथियों के परिवारों की जिम्मेदारी भी उठाते हैं.