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'फ्यूल स्विच कंट्रोल की जानकारी मीडिया तक कैसे पहुंची?', पायलट एसोसिएशन ने Air India प्लेन क्रैश की जांच रिपोर्ट पर उठाए सवाल

एअर इंडिया क्रैश मामले में शुरुआती रिपोर्ट पर पायलट एसोसिएशन ने गंभीर सवाल उठाए हैं. एसोसिएशन ने जांच की गोपनीयता भंग होने पर उन्होंने नाराजगी जताई है. एसोसिएशन का आरोप है कि जांच पायलट्स को दोषी मानकर हो रही है. उन्होंने जांच में ऑब्जर्वर के रूप में शामिल किए जाने की मांग भी की है.

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Air India क्रैश की जांच रिपोर्ट पर पायलट एसोसिएशन का बयान (Photo:PTI)
Air India क्रैश की जांच रिपोर्ट पर पायलट एसोसिएशन का बयान (Photo:PTI)

अहमदाबाद में क्रैश हुए एअर इंडिया विमान की शुरुआती जांच रिपोर्ट AAIB ने जारी की है. इस रिपोर्ट में दो पायलट्स के बीच कॉकपिट में हुई बातचीत को भी शामिल किया गया है, जिसमें उनमें से एक यह कहते सुने गए थे कि "आपने फ्यूल स्विच क्यों बंद कर दिया." इससे यह माना जा रहा है कि फ्यूल स्विच बंद होने की वजह से ही विमान ने अपना थ्रस्ट खोया और उसके कुछ सेकेंड्स बाद ही क्रैश कर गया. अब इस रिपोर्ट पर पायलट एसोसिएशन का बयान सामने आया है.

पायलट एसोसिएशन की तरफ से जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि उन्हें एक रिपोर्ट सौंपी गई है जिसके बारे में माना जाता है कि इसे AAIB ने मीडिया को उपलब्ध कराया. बयान में कहा गया है कि एसोसिएशन जांच रिपोर्ट की गोपनीयता से हैरान है, और ये कि इन अहम जांच के लिए उपयुक्त योग्यता वाले कर्मियों को नियुक्त नहीं किया गया.

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'मीडिया तक कैसे पहुंची फ्यूल स्विच कंट्रोल वाली जानकारी?'

एसोसिएशन ने बयान में कहा है, "इस सच्चाई पर गौर करने वाली बात है कि वॉल स्ट्रीट जर्नल ने 10 जुलाई को एक आर्टिकल पब्लिश किया था, जिसमें फ्यूल कंट्रोल स्विच के अनजाने में हिलने का जिक्र था." एसोसिएशन ने पूछा. "यह जानकारी उन तक कैसे पहुंची?" खबरों को लेकर बयान में संभावित खराबी की बात कही गई है.

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जांच में ऑब्जर्वर के रूप में शामिल किए जाने की मांग

पायलट एसोसिएशन का आरोप है, "हमारा मानना है कि जांच पायलट्स को दोषी मानकर की जा रही है और हम इस सोच पर कड़ी आपत्ति जताते हैं. आखिर में, हमें आश्चर्य है कि इतने दस्तावेज को बिना किसी जिम्मेदार व्यक्ति के हस्ताक्षर के मीडिया को दे दिया गया." एसोसिएशन ने इसके साथ ही ऑब्जर्वर के रूप में जांच में शामिल किए जाने की मांग की है, ताकि "जांच की पारदर्शिता बनी रहे." (इनपुट- करिश्मा असूदानी)

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