भारत में अवैध प्रवास के खिलाफ चल रहे अभियान के तहत दिल्ली पुलिस ने दक्षिण पश्चिम जिले में अवैध रूर से रह रहे 88 बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लिया है, जिसमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं. इन सभी बांग्लादेशी नागरिकों को 10 दिन के सघन वेरिफिकेशन ऑपरेशन के दौरान पकड़ा गया है जो 26 दिसंबर 2024 से शुरू किया गया था. इस अभियान के तहत अब तक कुल 142 अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों को पकड़ा जा चुका है.
पुलिस ने बताया कि वेरिफिकेशन ड्राइव के दौरान 88 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है, जिसमें बच्चे और महिलाएं शामिल हैं. पुलिस ने बताया कि ये कार्रवाई खुफिया इनपुट के आधार पर की गई है, जिसमें बांग्लादेश के दिल्ली में रहने की जानकारी मिली थी. सूचना के आधार पर संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ की और उनसे भारतीय पहचान वाले डॉक्यूमेंट पेश करने को कहा, जिसमें वह असमर्थ थे. इसके बाद उन लोगों से भारत में आने के वैध डॉक्यूमेंट मांगे गए जो उनके पास नहीं थी.
बांग्लादेशी पहचान के डॉक्यूमेंट बरामद
पुलिस ने बताया कि आगे की जांच में इन लोगों के पास बांग्लादेश दस्तावेजों की फोटोकॉपी मिली. साथ ही इन लोगों के पास से बांग्लादेशी पहचान वाले डॉक्यूमेंट बरामद किए गए हैं. जिन्हें जब्त कर लिया गया. इसके बाद सभी कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद नई दिल्ली के विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (FRRO) की मदद से इन सभी के निर्वासन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.
कहां कितने मिले बांग्लादेशी मिले
पुलिस ने बताया कि ऑपरेशन के दौरान सरोजिनी नगर थाना पुलिस ने 06, किशनगढ़ थाना पुलिस ने 04, एसजे एन्क्लेव थाना पुलिस ने 07, वीके साउथ थाना पुलिस ने 10, कपाशेरा थाना पुलिस ने 11, सागरपुर थाना पुलिस ने 07, एएटीएस ने 04, दिल्ली कैंट थाना पुलिस ने 07, पालम गांव थाना पुलिस ने 11, वीके नॉर्थ थाना पुलिस ने 21 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है.
पुलिस ने बताया कि सुरक्षा और कानून व्यवस्था को मजबूत बनाने की दिशा में ये ऑपरेशन चलाया जा रहा है. ये अभियान गृह मंत्रालय की व्यापक मुहिम का हिस्सा है, जिसके तहत अवैध प्रवासियों की पहचान कर उन्हें निर्वासित किया जा रहा है.