महाराष्ट्र में कई दिनों से राजनीतिक घमासान मचा हुआ था. जो कि बुधवार को थम गया. बारिश के बीच उद्धव ठाकरे का काफिला मातोश्री से राजभवन की ओर निकला. इस दौरान आदित्य ठाकरे भी कार में पिता के साथ सवार थे. पूरे लाव लश्कर के साथ उद्धव राज्यपाल से मुलाकात करने पहुंचे. वहां जाकर उन्होंने गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी को अपना इस्तीफा सौंप दिया. राजभवन से लौटने के बाद आदित्य ठाकरे ने आजतक से बात की. उन्होंने कहा कि सच सभी को पता है. सभी लोग उद्धव जी के साथ हैं.
फेसबुक लाइव पर इस्तीफे के ऐलान के बाद उद्धव ठाकरे खुद ही गाड़ी ड्राइव कर राजभवन पहुंचे थे. इस दौरान आदित्य ठाकरे ने विक्टरी साइन दिखाया. राजभवन से लौटकर वह मंदिर गए. वहां दर्शन करने के बाद आदित्य ने कहा कि एक तरफ लोगों का प्यार है और दूसरी तरफ ये लोकतंत्र की शर्मनाक मौत है. यहां मौजूद लोगों का प्यार साफ तौर पर दिखाई दे रहा है. सभी लोग उद्धव के साथ खड़े हुए हैं. उन्होंने कहा कि अभी हम लोग काम करेंगे.
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वहीं उद्धव ठाकरे ने फेसबुक लाइव में कहा कि जिसको मैंने बड़ा किया वो मेरा पाप है और मैं उस पाप को आज भोग रहा हूं. बाला साहब के लड़के ने जिसे बड़ा बनाया उसे कुछ लोगों ने नीचे कर दिया. मुझे धोखा दिया. उन्होंने कहा कि मुझे CM पद छोड़ने का कोई दुख नहीं है. मैं नहीं चाहता कि शिव सैनिक सड़क पर उतरें और खून बहे.
Mumbai | Uddhav Thackeray offered prayers at a temple with sons Aaditya and Tejas after submitting his resignation as Maharashtra CM to Governor Bhagat Singh Koshyari pic.twitter.com/QyMy5Ehshf
— ANI (@ANI) June 29, 2022
उद्धव ने ये भी कहा कि कल होने वाले फ्लोर टेस्ट से मुझे कोई मतलब नहीं है. मुझे इसमें कोई रूचि नहीं है. किसके पास कितनी संख्या है मुझे इससे कोई भी मतलब नहीं है.
अपने आखिरी संदेश में उद्धव ने बाागियों पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि जिन पर संदेह था उन्होंने साथ दिया. उद्धव ने कहा कि जिन्हें कुछ भी नहीं दिया, उन्होंने साथ दिया. जिनको मैंने दिया, वो नाराज हैं. उन्होंने कांग्रेस-एनसीपी का शुक्रिया अदा किया और कहा कि कुछ अच्छा हो रहा हो तो उसे नजर लग जाती है. मैं घबराने डरने वाला नहीं हूं. मैं फिर से उड़ान भरूंगा. शिवसेना कोई हमसे छीन नहीं सकता.