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Kidney-Liver Damage: मेकअप में छुपा 'जहर'! ये ब्यूटी प्रोडक्ट डैमेज कर सकते हैं किडनी-लिवर, जानें कौन-से प्रोडक्ट सबसे ज्यादा खतरनाक

Kidney-Liver Damage: कई ब्यूटी प्रोडक्ट्स ऐसे केमिकल्स से भरे होते हैं जो स्किन के साथ-साथ किडनी और लिवर को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं. इनमें मौजूद हानिकारक तत्व शरीर में जमा होकर ऑर्गन डैमेज का कारण बन सकते हैं.

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किडनी-लिवर के लिए फूड्स ही नहीं ब्यूटी प्रोडक्ट्स भी खतरनाक होते हैं.  (Photo: ITG)
किडनी-लिवर के लिए फूड्स ही नहीं ब्यूटी प्रोडक्ट्स भी खतरनाक होते हैं. (Photo: ITG)

Beauty Products That Damage Kidney And Liver: ज्यादातर लोग रोज कोई न कोई ब्यूटी प्रोडक्ट इस्तेमाल करते हैं. किसी को मेकअप से कॉन्फिडेंस मिलता है, तो किसी को लगता है कि इससे रूप-रंग निखर जाता है. लेकिन इन सबके बीच सबसे जरूरी बात ये है कि आपको पता हो कि आपकी स्किन पर क्या लगाया जा रहा है. क्योंकि कई ब्यूटी प्रोडक्ट्स में ऐसे इंग्रीडिएंट्स होते हैं जो सिर्फ स्किन को ही नहीं, बल्कि किडनी और लिवर को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं.

असल में, कई प्रोडक्ट्स में ऐसे केमिकल मिलाए जाते हैं जो लंबे समय तक इस्तेमाल करने पर शरीर में जमा होने लगते हैं और धीरे-धीरे किडनी पर दबाव डालते हैं. नुकसान कितना होगा ये इस बात पर निर्भर करता है कि आप वह प्रोडक्ट कितनी मात्रा में, कितनी बार और कितने समय तक इस्तेमाल करते हैं.

इसीलिए लेबल पढ़ना, इंग्रीडिएंट्स समझना और नए प्रोडक्ट ट्राई करने से पहले जानकारी लेना बेहद जरूरी है. अगर कोई प्रोडक्ट आपकी स्किन को जलन, खुजली या कोई रिएक्शन दे रहा है, तो उसे तुरंत बंद करना और डॉक्टर से सलाह लेना आपकी सेहत और किडनी दोनों को सुरक्षित रखने का सबसे अच्छा तरीका है. चलिए जानते हैं वो कौन से प्रोडक्ट्स हैं.

डीप केमिकल पील: 
सोशल मीडिया पर पिछले दिनों डीप केमिकल पील, खासकर 'फेनोल पील', खूब वायरल हुआ था. इन्हें झुर्रियां कम करने, दाग साफ करने और स्किन को स्मूद बनाने का तेज तरीका बताया जाता है. केमिकल पील स्किन की परतों को उतारकर नई स्किन लाने का काम करता है. हल्के और मीडियम पील से आमतौर पर हल्की रेडनेस या जलन होती है, लेकिन डीप पील में इस्तेमाल होने वाला फेनोल काफी स्ट्रॉन्ग होता है.

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फेनोल दिल पर असर डाल सकता है और लिवर व किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है क्योंकि ये अंग शरीर से केमिकल को निकालते हैं. जिन लोगों को हार्ट, लिवर या किडनी की समस्या है उन्हें ये पील बिलकुल नहीं करवाना चाहिए. और जो बिल्कुल हेल्दी हैं, उन्हें भी पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए.

एंटी एजिंग क्रीम: 
मार्केट में अनगिनत क्रीम, लोशन और सीरम मौजूद हैं जो झुर्रियां कम करने और स्किन ग्लो बढ़ाने के दावे करते हैं. कुछ इंग्रीडिएंट्स जैसे विटामिन ए, विटामिन सी और हल्के एसिड सच में फायदा पहुंचाते हैं. पर कई प्रोडक्ट्स सिर्फ दावे होते हैं, उनके पीछे कोई साइंटिफिक प्रमाण नहीं होता.

सबसे चिंता की बात ये है कि कुछ एंटी एजिंग क्रीम्स में मरकरी भी पाया गया है. मरकरी एक जहरीला मेटल है जो किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है. कई बार ये मरकरी अलग-अलग नामों से लिखा होता है जैसे mercuric, mercury, mercurio. क्योंकि कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स को मार्केट में आने से पहले FDA की मंजूरी नहीं चाहिए होती, कई बार खतरनाक क्रीम्स बाजार में पहुंच जाती हैं. सुरक्षित क्रीम चुनने के लिए डर्मेटोलॉजिस्ट से गाइडेंस लेना बेहतर रहता है.

स्किन-वाइटनिंग क्रीम:  
स्किन-वाइटनिंग क्रीम कई देशों में खूब इस्तेमाल की जाती हैं, लेकिन ये क्रीम्स शरीर और दिमाग दोनों के लिए नुकसानदेह होती हैं. इनमें अक्सर मरकरी और हाइड्रोक्विनोन की ज्यादा मात्रा होती है. मरकरी जहरीला होता है और किडनी को नुकसान पहुंचाता है. हाइड्रोक्विनोन का लंबे समय तक इस्तेमाल लिवर और किडनी दोनों के लिए हानिकारक है. ये क्रीम्स न सिर्फ शरीर को नुकसान पहुंचाती हैं, बल्कि गहरे स्तर पर लोगों के आत्मविश्वास और मानसिक स्वास्थ्य को भी चोट पहुंचाती हैं. इसलिए इनका इस्तेमाल बिलकुल नहीं करना चाहिए.

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हेयर स्ट्रेटनिंग ट्रीटमेंट:  
बहुत से लोग अब अपने बाल स्ट्रेट कराने लगे हैं. लंबे समय तक स्ट्रेटनिंग के लिए इस्तेमाल होने वाले प्रोडक्ट्स में पहले फॉर्मल्डिहाइड होता था, जिसे कई देशों में बैन कर दिया गया. अब नई स्ट्रेटनिंग क्रीम्स में अलग तरह के केमिकल इस्तेमाल किए जाते हैं, लेकिन हाई टेम्परेचर पर ये भी फॉर्मल्डिहाइड छोड़ सकते हैं.

फॉर्मल्डिहाइड सांस के जरिए शरीर में जा सकता है और किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है. हाल की स्टडीज में ये भी पाया गया है कि ऐसे कुछ केमिकल स्किन के जरिए शरीर में जाकर किडनी में चोट पहुंचा सकते हैं. इसलिए स्ट्रेटनिंग करवाने से पहले इसके जोखिम समझना जरूरी है.

नेल पॉलिश: 
नेल पॉलिश लगाना फैशन और सेल्फ-केयर का आसान तरीका है. लेकिन कुछ नेल पॉलिश में ऐसे केमिकल पाए जाते हैं जैसे डाइब्यूटिल फ्थैलेट और टोल्यून. लंबे समय तक इनका एक्सपोजर किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है. अगर किसी को नेल-बाइटिंग की आदत है तो ये जोखिम और बढ़ जाता है. अच्छी बात ये है कि कई ब्रांड अब इन केमिकल्स को हटाने लगे हैं. इसलिए नेल पॉलिश खरीदते समय लेबल चेक करना जरूरी है.

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