
सोशल मीडिया पर एक चौंका देने वाला वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें फोन चलाने में मग्न एक महिला अपने बच्चे की जान खतरे में डालते हुए दिख रही है. ये वीडियो किसी घर की सीसीटीवी फुटेज जैसा दिखाई देता है. वीडियो में महिला अपने बच्चे को गोद में उठाती है, और फोन पर बात करते-करते उसे फ्रिज में बैठा देती है. कुछ देर बाद एक आदमी कमरे में आता है और बच्चे को ढूंढने लगता है. जब कुछ देर तक उसे बच्चा दिखाई नहीं देता है तो महिला भी बच्चे को खोजने में जुट जाती है, लेकिन दोनों को बच्चा कहीं दिखाई नहीं देता. परेशान होकर महिला जमीन पर बैठकर अपना सिर पीटने लगती है और वीडियो खत्म हो जाता है.
इस वीडियो को कई लोग असली घटना समझकर महिला को बुरा-भला लिख रहे हैं. फेसबुक पर वीडियो शेयर करते हुए एक व्यक्ति ने लिखा, "फोन पर बात करना पढ़ा महंगा. सब्जी की जगह मां ने बच्चे को फ्रिज में रख दिया." ऐसे ही एक पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
'जी न्यूज' समेत कुछ मीडिया आउटलेट्स ने इस वीडियो के बारे में खबर भी छापी है.

आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये कोई असली घटना नहीं, बल्कि एक स्क्रिप्टेड वीडियो है.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
वायरल वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें इसका लंबा वर्जन 28 मार्च 2024 के एक पोस्ट में मिला. पूरे वीडियो में देखा जा सकता है कि आखिर में महिला के पति को फ्रिज के अंदर से बच्चे की आवाज सुनाई देती है, जिसके बाद वो उसे बाहर निकाल लेता है. इसके ठीक बाद वीडियो में अंग्रेजी में एक 'डिस्क्लेमर' लिख कर आता है, जिसमें बताया गया है कि ये वीडियो कोई असल घटना का नहीं, बल्कि एक स्क्रिप्टेड है. इस हिस्से को वायरल वीडियो से हटा दिया गया है.
इसके बाद हमें ये वीडियो 'आइडियाज फैक्ट्री' नाम के एक फेसबुक पेज पर मिला. इस पेज पर सीसीटीवी फुटेज जैसे दिखाई देने वाले ऐसे और भी कई वीडियो शेयर किये गए हैं, इन सभी वीडियोज के आखिर में डिस्क्लेमर दिया गया है. साथ ही कैप्शन में लिखा है: "कृपया ध्यान रखें कि इस पेज पर स्क्रिप्टेड ड्रामा और पैरोडी वीडियो शेयर किये जाते हैं. ये शॉर्ट फिल्म्स केवल मनोरंजन और लोगों को शिक्षा देने के लिए बनाई गई हैं."
साथ ही, वायरल वीडियो में पिता का रोल निभा रहे शख्स को इस पेज पर मौजूद और भी कई स्क्रिप्टेड वीडियो में अलग-अलग किरदार निभाते हुए देखा जा सकता है.
साफ है, एक स्क्रिप्टेड वीडियो को असली घटना बता कर लोगों में भ्रम फैलाया जा रहा है.