
क्या यूपी के अमरोहा में बीजेपी की प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकार की मनमाफिक सवाल न पूछने पर पिटाई कर दी गई? कुछ सोशल मीडिया यूजर्स एक वीडियो शेयर करते हुए यही कह रहे हैं. वीडियो में एक व्यक्ति, एक अन्य शख्स को मारने के लिए लपकता दिख रहा है. वहीं घटनास्थल पर मौजूद कुछ लोग बीच-बचाव करते दिख रहे हैं.
कहा जा रहा है कि ये बीजेपी की एक प्रेस वार्ता का वीडियो है जिसमें कथित तौर पर एक पत्रकार की पिटाई कर दी गई. दावे के मुताबिक, ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि उसने बीजेपी नेताओं के पहले से बताए गए सवालों के इतर कुछ दूसरे सवाल पूछ लिए थे.
मिसाल के तौर पर, एक एक्स यूजर ने इस वीडियो को पोस्ट करते हुए लिखा, "अमरोहा में भाजपा की प्रेस वार्ता में मार पीट. जो सवाल पार्टी दफ्तर ने लिखकर दिये थे उनसे अलग सवाल पूछने की कोशिश कर रहा था पत्रकार."
ऐसे ही एक पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.

आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो अमरोहा के दो बीजेपी नेताओं के बीच हुई मारपीट का है. इसमें किसी पत्रकार की पिटाई होने की बात पूरी तरह बेबुनियाद है. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद रहे अमरोहा के दो पत्रकारों ने खुद 'आजतक' से इस बात की पुष्टि की है.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
वायरल वीडियो के बारे में कीवर्ड सर्च करने पर हमें इससे संबंधित कई सारी न्यूज रिपोर्ट्स मिलीं.
'दैनिक जागरण' की 16 अप्रैल, 2024 की खबर के मुताबिक, ये घटना 15 अप्रैल, 2024 की है, जब राज्य मंत्री बृजेश सिंह, अमरोहा के जोया रोड स्थित बीजेपी कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में आए थे. खबर के मुताबिक, प्रेस कॉन्फ्रेंस शुरू होने से पहले किसी बात को लेकर बीजेपी के जिला उपाध्यक्ष कृष्ण कुमार और पार्टी के जिला मीडिया प्रभारी रमेश कलाल के बीच कहासुनी हो गई. ये कहासुनी जल्द ही मारपीट में बदल गई. ये सब देखकर कैबिनेट मंत्री बृजेश सिंह सभागार से उठकर दूसरे कक्ष में चले गए. किसी तरह दोनों को अलग किया गया. बाद में दोनों के बीच सुलह कराई गई.
'नवभारत टाइम्स' की खबर के मुताबिक, ये प्रेस कॉन्फ्रेंस बीजेपी के संकल्प पत्र में किए गए वादों को लेकर आयोजित की गई थी.
वीडियो में दिख रहे बीजेपी नेता का क्या कहना है?
हमने ये वीडियो बीजेपी के अमरोहा जिला उपाध्यक्ष कृष्ण कुमार को भेजा. उन्होंने हमें बताया कि वीडियो में जिन दो लोगों के बीच झगड़ा होते दिख रहा है, उसमें से एक वो हैं और दूसरे बीजेपी के अमरोहा जिला मीडिया प्रभारी रमेश कलाल हैं. उन्होंने आजतक को बताया, "दरअसल उस दिन मंत्री बृजेश सिंह को आना था, लेकिन रमेश कलाल ने ठीक से मीडियावालों को इस बारे में सूचित नहीं किया था. इस बात को लेकर मैंने नाराजगी जाहिर की और खुद ही मीडियावालों को फोन करके बुलाने लगा. लेकिन रमेश को मेरी बातें नागवार गुजरीं और वो मुझसे मारपीट करने लगा. लेकिन किसी मीडियाकर्मी से मारपीट नहीं हुई, ये बात गलत है."
क्या बोले अमरोहा के पत्रकार?
15 अप्रैल को अमरोहा में बीजेपी की जिस प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये घटना हुई, उसमें आजतक के पत्रकार बीएस आर्या भी मौजूद थे. उन्होंने हमें बताया कि इस दौरान किसी पत्रकार से मारपीट नहीं हुई. वीडियो में जिन दो लोगों के बीच टकराव होता दिख रहा है, वो दोनों बीजेपी नेता हैं. इसी प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद रहे "अमर उजाला" के पत्रकार अनिल ने भी हमें यही बताया.
साफ है, अमरोहा में हुई बीजेपी की एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का वीडियो शेयर करते हुए गलत दावा किया जा रहा है कि इसमें पत्रकार की पिटाई कर दी गई.