अशोक गहलोत तीसरी बार राजस्थान के मुख्यमंत्री के तौर पर सरकार चला रहे हैं. लेकिन क्या ऐसा हो सकता है कि उनके जैसे सीनियर राजनीतिज्ञ को पानी से बिजली बनाने वाली प्रक्रिया की भी जानकारी नहीं हो?
ये सवाल हम इसलिए उठा रहे हैं क्योंकि सोशल मीडिया पर एक वीडियो बड़ी तेजी से वायरल हो रहा है. इसमें गहलोत कहते हुए दिखाई देते हैं, 'पानी में से बिजली निकल जाएगी और पानी खेतों में जाएगा आपके खेतों में जाएगा, तो पानी में से बिजली निकल जाएगी तो ताकत ही निकल जाएगी. फिर खेतों में पानी काम क्या आएगा.'
एक इंस्टाग्राम यूजर ने इस वीडियो को शेयर किया जिसपर लिखा है, 'मान गए CM साहब.'
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इंडिया टुडे फैक्ट चेक ने पाया कि वीडियो का एक हिस्सा ही शेयर किया जा रहा है . पूरे वीडियो में गहलोत भाखड़ा बांध के निर्माण के दौरान जनसंघ के लोगों के द्वारा तब के प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के खिलाफ चल रहे प्रचार के बारे में बात कर रहे हैं. साल 1980 से पहले भारतीय जनता पार्टी को जनसंघ के नाम से ही जाना जाता था.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
कीवर्ड सर्च के जरिए हमें अशोक गहलोत के ट्विटर हैंडल पर 5 जून, 2018, को पोस्ट किया एक वीडियो मिला. हमने पाया कि वायरल वीडियो गहलोत द्वारा आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस से लिया गया है.
ट्विटर पर मौजूद इस वीडियो में पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए गहलोत कहते हैं, 'मुझे याद है, बचपन में जब जनसंघ था और भाखड़ा बांध बनाया गया था, तो ये जनसंघ वाले प्रचार करते थे कि पंडित नेहरू पागल हो गए हैं, बांध बना रहे हैं और करेंगे. लेकिन जब पानी से बिजली हटा दी जाएगी और पानी आपकी कृषि भूमि में चला जाएगा, तो ऐसा पानी अपनी शक्ति खो देगा और आपकी खेती के लिए बेकार हो जाएगा.'
साफ है, वायरल किया जा रहा वीडियो असली वीडियो का एक छोटा हिस्सा है जिससे भ्रम फैल रहा है. असल में गहलोत भाखड़ा बांध के निर्माण दौरान जनसंघ द्वारा तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के खिलाफ चलाए जा रहे प्रचार के बारे में बात कर रहे थे.
ये वीडियो इससे पहले साल 2018 में भी वायरल हुआ था. उस वक्त भी ‘India today’ ने इसका फैक्ट चेक किया था जिसे यहां पढ़ा जा सकता है.
(रिपोर्ट-आशीष कुमार)