देश की राजधानी दिल्ली के ताज होटल में 'एजेंडा आजतक 2025' का आज दूसरा दिन है. इस महामंच के आज पहले सेशन 'मोदी से मुकाबले में विपक्ष फेल' में सत्तापक्ष और विपक्ष की ओर से छह राजनीतिक दलों के प्रमुख चेहरे शामिल हुए.
सत्तापक्ष की तरफ से बीजेपी सांसद डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने लीड किया और उनकी टीम में आरएसएस विचारक संगीत रागी और एलजेपी (आर) के सांसद अरुण भारती शामिल थे. विपक्ष की तरफ से कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन मुख्य प्रवक्ता में नजर आईं और उनकी टीम में आरजेडी सांसद सुधाकर सिंह और सपा से राजीव राय शामिल थे.
वहीं, आजतक एजेंडे के इस खास कार्यक्रम में न्यूज एजेंसी ANI की संपादक स्मिता प्रकाश, लेखक व पत्रकार शाहिद सिद्दीकी और इंडिया टुडे ग्रुप डिजिटल (ITGD) के न्यूज डायरेक्टर कमलेश किशोर सिंह जूरी की भूमिका में थे. इस दौरान सत्तापक्ष और विपक्ष की बहस पर जनता ने वोटिंग कर अपनी राय रखी.
मोदी के नेतृत्व पर विश्वास कायम-बीजेपी
डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने कहा देखिए, पीएम मोदी ने जिस दक्षता और कुशलता से काम किया है, 11 साल में बिना छुट्टी लिए काम किया है, उससे यह स्थिति है, उन्होंने बिहार चुनाव में दिखा दिया कि कैसे पीएम मोदी के नेतृत्व और बिहार में नीतीश के नेतृत्व में हुए काम पर मुहर लगी., विपक्ष ने पीएम, सीएम, डिप्टी सीएम तय कर लिया, लेकिन उन्हें पता ही नहीं था कि उनके पैरों तले की जमीन कितनी खिसक गई.
सुधांशु त्रिवेदी कहते हैं कि विपक्ष जातीय वैमनस्य पैदा कर रहा था. लालू यादव का फेमस 'भूरा बाल साफ करो' (नारा), चार जातियों के लिए दिया था. कांग्रेस हमेशा से जातियों को विभाजित करने का काम करती, कर्नाटक से लेकर हरियाणा तक यही किया. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी से मुकाबला करना है तो सीखें, हमें इल्जाम मत दीजिए बल्कि अपने अंदर झांककर देखिए.
जिसकी लाठी, उसकी भैंस-कांग्रेस
रंजीत रंजन ने कहा कि आज आप चुनाव जीत रह हैं तो आप कुछ भी बोल सकते हैं. जिसकी लाठी, उसकी भैंस. आप जो बोल रहे हैं, उसे ही लोग सुन रहे हैं, पर लोग आज प्रदूषण से लड़ रहे हैं, युवा बेरोजगारी से लड़ रहा है. उत्तराखंड में पेड़ काटे जा रहे हैं, सीबीआई और ईडी विपक्ष के पास जा रही है वोटिंग से तीन दिन पहले तक पैसे डालने की अनुमति आपको मिली हुई थी. यही नहीं चुनाव आयोग के चयन से सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस को क्यों हटाया? उसका जवाब आजतक नहीं मिला.
कांग्रेस सांसद ने कहा कि बिहार में घुसपैठियों का कितना शोर किया गया, लेकिन हकीकत में कितने घुसपैठियां थे, ये सब करके किसका ध्रुवीकरण करने का काम किया गया. इतना ही नहीं सोशल मीडिया से लेकर संवैधानिक संस्थाओं पर कब्जा कर लिया गया है. शोसल मीडिया पर नफरत फैलाने का काम किया जा रहा, पर हम सही तरीके से लोगों को समझाएंगे, गलत तरह से लोगों को भड़काने का काम कांग्रेस नहीं करती है.
रंजीता रंजन के बयान पर पलटरवार करते हुए सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि सोशल मीडिया पर नफरत फैलाना की बात कौन कर रहा है. पटना में इमारत-ए-शरिया के कार्यक्रम के दौरान कौन कह रहा था कि संविधान से ऊपर शरिया को बता रहे थे, वो कौन लोग हैं जो बोटी-बोटी करने की बात कर रहे थे. इंडिया गठबंधन के राज्यों की बाबरी मस्जिद बनाने की बात कही जा रही है.
पीएम मोदी के हनुमान हैं चिराग-एलजेपी
एलजेपी (आर) के सांसद अरुण भारती ने कहा कि एलजेपी एक सहयोगी के रूप में मोदी सरकार में काम कर रही है. चिराग पासवान पीएम मोदी के हनुमान हैं. जनता के मुद्दे से सरकार थोड़ा अलग हुई तो चिराग ने बहुत धैर्य से बात रखी. पीएम ने उनकी बात रखी, उसे सरकार ने सुना और समाधान निकाला.
उन्होंने कहा कि बिहार में गठबंधन में सीट बंटवारा हो जाता है, सीएम की कुर्सी पर नहीं लड़ते. चिराग पासवान 180 से ज्यादा रैली करते हैं. चिराग अपने उम्मीदवारों की सीट पर नहीं पहुंच पाए, लेकिन गठबंधन के सहयोगी की सीटों पर जरूर प्रचार करने पहुंचे, वहीं, विपक्ष आपस में ही लड़ता रहा, सीट शेयरिंग से लेकर सीएम तक की कुर्सी को लेकर.
मोदी को यूपी में सपा हराया- राजीव राय
सपा के सांसद राजीव राय ने कहा कि विपक्ष के फेल होने की बात की जा रही है. 2024 के चुनाव में यूपी में सपा ने पीएम मोदी के नेतृत्व वाली सरकार को फेल करके दिखाया. इसी का नतीजा है कि मोदी सरकार आज बैसाखी पर टिकी है. इसीलिए मोदी को हराने में विपक्ष फेल नहीं है, बल्कि रणनीति के साथ हराया जा सकता है.
राजीव राय ने कहा कि एक समय था, जब डॉलर के मुकाबले पैसा कमजोर होता था तो मोदी जी क्या कहा करते थे, लेकिन आज क्यों चुप है. जीएसटी को कितनी धूम से लांच किया गया. लेकिन आज क्या हालत हैं. पेट्रोल की कीमत देखिए. रोजगार देने की दिशा में सरकार फेल है, चुनाव आते ही बीजेपी को घुसपैठिया नजर आते हैं, लेकिन चुनाव खत्म होते ही भूल जाते हैं. बंगाल में भी यही मुद्दा उठाया जा रहा है, क्योंकि चुनाव होने वाले हैं.
वह कहते हैं कि सरकार एम्स बना देना का दावा करते हैं, लेकिन ना मेडिकल की सीट बढ़ाई जा रही है और न ही डाक्टर की व्यवस्था की जा रही. पंडित जवाहर लाल नेहरू पर दोष कब तक मढ़ते रहेंगे, उन्होंने आजादी के बाद अगर काम ना किया होता तो फिर आज क्या हालत होती?
मोदी की लड़ाई संविधान से है-सुधाकर सिंह
आरजेडी सांसद सुधाकर सिंह ने कहा कि पीएम मोदी की सबसे बड़ी लड़ाई किसी राजनीतिक दल से नहीं है, बल्कि उनकी लड़ाई संविधान से है. बिहार चुनाव से पहले कानून बदल दिया जाता है. निर्वाचन आयोग मोदी सरकार की जेब से निकला हो, तो फिर क्या कहा जाए. बिहार में एसआईआर की प्रक्रिया में 70 लाख वोटर को निकाल दिया जाता है.
सुधाकर सिंह ने कहा कि एसआईआर के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट कहता है कि हम 7 अक्टूबर को फैसला देंगे. छह अक्तूबर को चुनाव की घोषणा कर दी जाती है, कोर्ट के नतीजे का इंतजार भी नहीं किया जाता. चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो जाती है तो कोर्ट फिर दखल नहीं करता. कोर्ट का फैसला आने से पहले 12 राज्यों में एसआईआर की प्रकिया शुरू हो जाती है. इस तरह संविधान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है.
कांग्रेस चुनाव जीतने की छमता खो चुकी है- रागी
आरएसएस विचारक संगीत रागी कहते हैं कि कांग्रेस चुनाव जीतने की छमता खो चुकी है. कांग्रेस की सोच अब राष्ट्रीय पार्टी की तरह नहीं रह गई है बल्कि क्षेत्रीय पार्टी की तरह हो गई है. बीजेपी राष्ट्रीय पार्टी नहीं थी तो भी उसकी सोच राष्ट्रीय, राहुल गांधी की दिक्कत है कम्यूपटर की तरह है.
वह कहते हैं कि एसआईआर पर चाहते तो बीजेपी को बहुत अच्छे से घेर सकते थे लेकिन नहीं कर सके. संसद में चुनाव सुधार के मुद्दे पर भी घेरने का मौका था, राहुल बिना तैयारी आते हैं और मूल मुद्दे को भूल जाते हैं. चाहते तो कमेटियों की रिपोर्ट लाकर घेर सकरते हैं. राहुल जमीन से जुड़े हुए नहीं है, जिसके चलते उन्हें जमीनी हकीकत भी पता नहीं है. बीजेपी चुनाव में हर स्टेज पर अपनी रणनीति बदलती रहती है. जनता से जुड़ने पर काम करती है, अपने मुद्दे बदलती रही है, लेकिन कांग्रेस एक ही लाइन पर चलती रहती है. ऐसे कैसे चुनाव जीत पाएंगे. संगीत रागी ने सुधाकर सिंह से कहा कि राहुल गांधी से तेजस्वी यादव को बचाइए.
महंगा के मुद्दे पर रंजीता और सुधांशु में बहस
महंगाई के मुद्दे पर बीजेपी और कांग्रेस सांसद के बीच जबरदस्त नोकझोंक हुई. सुधांशु त्रिवेदी कहते हैं कि महंगाई की दर कांग्रेस में हमेंशा 10 फीसदी से ज्यादा रही है, लेकिन आज हालात बदले हैं. पाकिस्तान की हर आंतकी गतिविधियों को करारा जवाब दिया जा रहा है. इसके जवाब मे ंरंजीता रंजन से कहा कि महंगाई को नियंत्रण करने और युवाओं को रोजगार देने में मोदी सरकार पूरी तरह फेल है.
रंजीता रंजन ने कहा कि आज महंगाई कम हो गई, क्या लोगों को रोजगार मिल रहा. देश की राजधानी प्रदुषण से जूझ रही है, लेकिन सरकार के सिर पर जूं तक नहीं रेंग रही है. देश में सिर्फ लोगों के वोट लेने का काम नहीं है बल्कि उनके समस्या को भी हल करने की जिम्मेदारी होती है.
सत्तापक्ष और विपक्ष में कौन जीता?
मोदी से मुकाबले में विपक्ष फेल के मुद्दे पर सत्तापक्ष और विपक्ष की बहस लेकर जनता से वोटिंग कराई गई, इसमें 70 फीसदी लोगों ने माना कि मोदी से मुकाबला करने में विपक्ष फेल रहता है जबकि 25 फीसदी लोगों का मानना है कि नहीं. वहीं, 5 फीसदी लोगों ने किसी को वोट नहीं किया.
सत्तापक्ष और विपक्ष पैनल के बीच बहस पर जूरी ने भी अपनी राय रखी, न्यूज एजेंसी ANI की संपादक स्मिता प्रकाश ने कहा कि सुशांधु त्रिवेदी की टीम ने बहुत तार्किक तरीके से अपनी बात को रखी, सोशल मीडिया और चुनाव आयोग को दोष देकर विपक्ष बीजेपी को चुनाव नहीं हरा सकता है. विपक्ष को जमीनी हकीकत को समझाना होगा और उस लिहाज से अपनी बातों को रखने की जरूरत है.
लेखक व पत्रकार शाहिद सिद्दीकी ने कहा कि बीजेपी के निशाने पर सिर्फ राहुल गांधी और कांग्रेस रहते हैं, लेकिन किसी क्षेत्रीय पार्टी को निशाना नहीं बनाती. इससे एक बात साफ है कि राहुल गांधी से घबराए हुए, लेकिन विपक्ष की भी अपनी कमोजरी है, जिस तरह से चुनाव लड़ना चाहिए वैसा नहीं लड़ सके. हालांकि, क्षेत्रीय दल अपने एजेंडे और अपने मुद्दे के सहारे बीजेपी को टक्कर दे रहे हैं.
इंडिया टुडे ग्रुप डिजिटल (ITGD) के न्यूज डायरेक्टर कमलेश किशोर सिंह ने कहा कि पूरी बहस का जो सार निकला है, उसमें एसआईआर, संविधान, प्रदुषण और बेरोजगारी. ये मुद्दे कांग्रेस की पार्टी नहीं है बल्कि जनता के हैं. जनता इस बात को समझ रही है कि इन मुद्दों का हल कांग्रेस नहीं बल्कि बीजेपी ही करेगी. इसीलिए जनता का विश्वास बीजेपी के साथ दिखता है. हालांकि, कांग्रेस ने लोगों से जुड़े हुए मुद्दों को उठा रही है, लेकिन इस पर विपक्षी एकता नहीं बना रही है.