बॉलीवुड इंडस्ट्री में हमेशा नेपोटिज्म की बात उठी है. हमेशा आरोप लगाया गया कि इंडस्ट्री में स्टारकिड्स और उनके रिश्तेदारों को ही मौका दिया जाता है जबकि यहां पर टैलेंट की कमी नहीं है. फिल्म इंडस्ट्री में कई ऐसे भी स्टारकिड्स हैं जिन्हें मौका तो मिला लेकिन इन्हें कभी सफलता नहीं मिल पाई.
डायेक्टर-प्रोड्यूसर यश चोपड़ा के बेटे उदय चोपड़ा ने मोहब्बतें फिल्म से बॉलीवुड डेब्यू किया था. फिल्म बड़ी हिट साबित हुई लेकिन शाहरुख खान और अमिताभ बच्चन की वजह से. 6 साल पहले आदित्य धूम 3 फिल्म में नजर आए थे. इसके बाद से वे पर्दे पर से गायब है.
धर्मेंद्र और हेमा मालिनी की बेटी ईशा देओल ने कोई मेरे दिल से पूछे फिल्म से अपने करियर की शुरुआत की थी. लेकिन जल्द ही उनका करियर डूब गया. उनकी अधिकतर फिल्में बॉक्स ऑफिस पर पिट गई. वे काफी समय से फिल्म में नजर नहीं आई है.
प्रोड्यूसर वासु भगनानी के बेटे जैकी भगनानी ने फिल्म इंडस्ट्री में लक आजमाने की कोशिश की. कई फिल्मों में लीड एक्टर के रूप में नजर आए लेकिन दर्शकों ने उनकी फिल्म को नकार दिया. जैकी पिछली बार मित्रों फिल्म में नजर आए थे. मगर यह फिल्म दर्शकों को थियेटर तक लाने में फेल हो गई.
अध्यन सुमन जाने माने एक्टर शेखर सुमन के बेटे हैं. उन्होंने हाल ए दिल से बॉलीवुड डेब्यू किया था लेकिन अब बड़े पर्दे से गायब हैं.
एक्ट्रेस तनुजा मुखर्जी की बेटी और काजोल की बहन तनीषा का करियर भी डामाडोल रहा. उन्होंने 2005 में नील और निक्की फिल्म से बॉलीवड डेब्यू किया था. इसके बाद वे कई फिल्मों में छोटे मोटे रोल में ही नजर आईं. उनकी अदाकारी दर्शकों को प्रभावित नहीं कर सकी.
अनुपम खेर और किरण खेर के बेटे सिकंदर खेर ने Woodstock Villa से फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा था. अब आज का दिन है कि उन्हें बहुत कम ही फिल्म मिलती है और उसमें भी छोटे रोल. हाल ही में सिकंदर रोमिया अकबर वाल्टर में नजर आए थे.
अनिल कपूर की बेटी सोनम कपूर ने सफलता का स्वाद तो चख लिया लेकिन बेटे हर्षवर्धन कपूर अभी भी सक्सेस से कोसो दूर चल रहे हैं. उनकी मिर्ज्या और भावेश जोशी रिलीज हुई थी और दोनों फिल्में बॉक्स ऑफिस पर औंधे मुंह गिरगई.