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धार्मिक आजादी और टॉलरेंस पर यूएस में बोलेंगे इंडिया के प्रो एसएम साजिद

अमेरिका ने भारत की इस यूनिवर्सिटी के काफी पुराने शिक्षक प्रो एसएम साजिद को धर्म की आजादी ऑर टॉलरेंस पर बात रखने को बुलाया है. जानें, कौन हैं ये प्रोफेसर.

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प्रो एमएस साजिद
प्रो एमएस साजिद

आज पूरी दुनिया में फ्रीडम ऑफ रिलिजन पर बात हो रही है. गंगा जमनी तहजीब के इस देश में धर्म की अवधारणा दूसरे देशों से अलग मानी जाती है. यही वजह है कि दुनिया के तमाम देश भारत का पक्ष जानने में उत्सुकता रखते हैं. अमेरिका ने भारत की इस यूनिवर्सिटी के काफी पुराने शिक्षक प्रो एसएम साजिद को धर्म की आजादी ऑर टॉलरेंस पर बात रखने को बुलाया है. जानें, कौन हैं ये प्रोफेसर.

अमेरिका में फ्रीडम ऑफ रिलीजन एंड इंटरफेथ डायलॉग एक्सचेंज प्रोग्राम में हिस्सा लेने के लिए अमेरिकी सरकार का न्यौता जामिया मिल्लिया इस्लामिया के सोशल वर्क विभाग के प्रोफेसर एस. एम. साजिद को मिला है. वो प्रोफेशनल फेलोज ऑन डिमांड: फ्रीडम आफ रिलिजन एंड इंटरफेथ डायलॉग एक्सचेंज प्रोग्राम में हिस्सा लेने अमेरिकी सरकार के न्यौते पर वाशिंगटन और न्यूयार्क के दौरे पर हैं.

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जानें, कौन हैं ये प्रोफेसर

प्रो साजिद जामिया के पूर्व प्रो-वाइस-चांसलर और रजिस्ट्रार भी रह चुके हैं. वो 14 जुलाई से शुरू इस प्रोग्राम में महत्वपूर्ण अतिथि के तौर पर शामिल हैं. उन्होंने आजतक से बातचीत में बताया कि ये उनके लिए बेहद खास अनुभव है. उन्होंने बताया कि ये प्रोग्राम 27 जुलाई तक जारी रहेगा.

प्रो साजिद ने 16-17 जुलाई 2019 को दो रोजा मिनिस्टीरियल टू एडवांस फ्रीडम ऑफ रिलिजन में हिस्सा लिया. इसमें दुनिया भर के 1000 से ज़्यादा रहनुमा मिनिस्टीरियल चर्चा में हिस्सा लेने आए हैं. इसमें दुनिया के तमाम मुल्कों से विद्वान फ्रीडम आफ रिलिजन एंड इंटरफेथ टालेरेंस एंड डायलॉग के सामने पेश आ रही चुनौतियों पर चर्चा कर रहे हैं.

इस प्रोग्राम में हिस्सा लेने वाले विभिन्न संगठनों, अनुसंधान केन्द्रों और विश्वविद्यालयों में जाकर अमेरिकी और दुनिया के अन्य देशों के विशिष्ट शिक्षाविदों, अनुसंधानकर्ताओं और जमीनी स्तर पर काम कर रहे लोगों से विचार विमर्श किया जा रहा है.

प्रो साजिद ने साल 2008 में  Conflict Resolution in 2008 में भी हिस्सा लिया था. इस मौके पर वो वाशिंगटन, न्यूयार्क, मेम्फिस, अरिजोना और पोर्टलैंड गए थे.

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