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Personality Development Tips: वर्कप्लेस पर आपकी खामियां ही बन जाएंगी वरदान! इंट्रोवर्ट लोग अपनाएं ये तरीका

इंट्रोवर्ट एक ऐसा व्यक्ति होता है, जिसका व्यक्तित्व अंतर्मुखी के रूप में जाना जाता है. ये लोग बाहरी विचारों से प्रभावित होने के बजाय अपने विचारों पर ज्यादा ध्यान देते हैं. ये लोग बड़े ग्रुप के मुकाबले सिर्फ एक या दो लोगों के साथ समय बिताना पसंद करते हैं और उनके साथ खुश रहते हैं. ये लोग भीड़ के मुकाबले 'एकांत' पसंद करते हैं.

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Introvert symbolic image (Photo-Freepik)
Introvert symbolic image (Photo-Freepik)

इंट्रोवर्ट पर्सनैलिटी वाले लोगों के लिए एक आम धारणा है कि वो चुपचाप एक कोने में बैठे रखने वाले लोग होते हैं, जो किसी के बात करना पसंद नहीं करते. लेकिन असल में ऐसा नहीं है. इंट्रोवर्ट लोग एक्सट्रोवर्ट लोगों से अलग जरूर होते हैं, जिनका स्वभाव आसानी से कहीं भी रहने वाला नहीं होता. हालांकि, ऐसा भी नहीं है कि ऐसे लोग सामाजिक या प्रोफेशन जिंदगी में किसी से कम हों, बस इसके लिए जरूरी है कि वो अपनी क्वालिटी को पहचानें और उसका सही इस्तेमाल करें. लेकिन यहां सबसे पहले ये बताना जरूरी है कि असल इंट्रोवर्ट कैसे होते हैं और ये दूसरों से कैसे अलग होते हैं.

इंट्रोवर्ट एक ऐसा व्यक्ति होता है, जिसका व्यक्तित्व अंतर्मुखी के रूप में जाना जाता है. ये लोग बाहरी विचारों से प्रभावित होने के बजाय अपने विचारों पर ज्यादा ध्यान देते हैं. ये लोग बड़े ग्रुप के मुकाबले सिर्फ एक या दो लोगों के साथ समय बिताना पसंद करते हैं और उनके साथ खुश रहते हैं. ये लोग भीड़ के मुकाबले 'एकांत' पसंद करते हैं. ऐसे लोग बोलकर कहने से ज्यागा लिखकर अपनी बात रखने में सहज महसूस करते हैं. तो आइये अब हम आपको बताते हैं कि इंट्रोवर्ट लोग वर्कप्लेस पर कैसे अपनी कमियों को ताकत बना सकते हैं.

सुनने की क्षमता: इंट्रोवर्ट लोगों में अन्य के मुकाबले सुनने की क्षमता ज्यादा होती है. यूं तो वर्कप्लेस पर सुनने वाले लोग कम ही मिलते हैं लेकिन इंट्रोवर्ट अपनी इसी ताकत से अपनी खास जगह बना सकते हैं. लोगों को सुनने वाला शख्स चाहिए होता है और आप सुनकर अपने ही स्वाभाव से लोगों के मनपसंद बन सकते हैं. इसके साथ ही सुनना आपको तरक्की की राह पर भी ले जाएगा. 

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लीडरशिप क्वालिटी: इंट्रोवर्ट लोगों में पैदाइशी लीडरशिप क्वालिटी होती है. ये लोग लिखने में बेहतर होते हैं, सुनने की अच्छी क्षमता रखते हैं और समय लेकर फैसले लेने की क्षमता होती है. इंट्रोवर्ट लोगों को अपने लिए कुछ समय चाहिए होता है, जो उन्हें बेहतर फैसले लेने में मददगार साबित होता है.

ईमेल का इस्तेमाल: आपने देखा होगा कि बोलने या राय देने वाले लोग तो कई होते हैं. वर्कप्लेस पर आइडिया देने वाले कई होते हैं लेकिन जब उसे लिखकर विस्तार से समझाने की बात आती है तो लोग पीछे हट जाते हैं. पर इंट्रोवर्ट लोगों में ये क्वालिटी होती है कि वो लिखकर अपनी बात को बेहतर बता पाते हैं. इस क्वालिटी को लीडरशिप क्वालिटी भी कहा जा सकता है.

समस्या का समाधान: इंट्रोवर्ट लोग कम बोलने, ज्यादा सुनने और बातों पर गौर करने वाले होते हैं, जिससे वो समस्या का समाधान बेहतर तरीके से निकाल पाने में सक्षम होते हैं. ये क्वालिटी भी लीडर बनने में कारगर साबित होती है. 

ज्ञान को साझा करना: ये लोग कम बोलने, ज्यादा सुनने, लिखने में सहज और पढ़ने के शौकीन होते हैं. जिसकी वजह से इनके पास साझा करने के लिए बहुत कुछ होता है. हालांकि, ये इतनी आसानी से कह पाने का स्वभाव नहीं रखते. इसके लिए उन्हें खास मेहनत करनी पड़ती है. माइड तैयार करने के बाद ही वो ऐसा कर पाते हैं और अगर वो किसी वे साथ सहज हो गए हैं तो वो आसानी से अपनी बात रख सकते हैं. उनका ज्ञान कंपनी के लिए मददगार साबित हो सकता है.

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